मौसम विभाग ने आगामी 24 घंटे में दिल्ली एनसीआर समेत पूरे उत्तर और उत्तर पश्चिम भारत के मौसम में बड़े बदलाव की संभावना जताई है। पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव के कारण अगले कुछ दिनों में इस क्षेत्र में बारिश, गरज-चमक और कोहरे का दौर जारी रह सकता है। पहाड़ी क्षेत्रों में भी बर्फबारी के संकेत मिल रहे हैं, जबकि plains में बारिश और बौछारों का दौर रहेगा।
क्या असर पड़ेगा उत्तर भारत के राज्यों पर?
मौसम विभाग के अनुसार, पश्चिमी विक्षोभ के असर से उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और चंडीगढ़ जैसे राज्यों में अगले 2-3 दिनों के दौरान बारिश और बौछारों का अनुमान है। उत्तर प्रदेश के कुछ इलाकों में हल्की बारिश के साथ गरज-चमक भी देखी जा सकती है, वहीं पंजाब, हरियाणा, और चंडीगढ़ में 3 से 4 फरवरी तक बारिश के आसार हैं।
कोहरे का असर, दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों में घना कोहरा
दिल्ली-एनसीआर और पंजाब, हरियाणा के कई इलाकों में 3-4 फरवरी तक घना कोहरा देखने को मिल सकता है। कोहरे का असर शुक्रवार रात से ही देखा जा रहा है और यह शनिवार रात तक जारी रह सकता है। मौसम विभाग के मुताबिक, कोहरे का यह दौर हरियाणा के विभिन्न हिस्सों में भी देखने को मिला। हालांकि, मौसम में यह बदलाव ठंड की वृद्धि नहीं करेगा। अगले कुछ दिनों में अचानक तापमान में गिरावट की संभावना नहीं है, और तापमान में 2-3 डिग्री तक की गिरावट देखी जा सकती है।
बिहार, ओडिशा, असम और मेघालय में भी कोहरा
बिहार, ओडिशा, असम और मेघालय में भी 3 फरवरी तक कोहरे का असर जारी रह सकता है। इन राज्यों में कोहरे की स्थिति बनी रहने का अनुमान है, जिससे दृश्यता पर असर पड़ सकता है।
पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र में हल्की बर्फबारी और तापमान में मामूली गिरावट
पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र में 3-5 फरवरी तक मौसम में खास बदलाव की संभावना नहीं है। हालांकि, इन इलाकों में हल्की बर्फबारी हो सकती है और तापमान में 2-3 डिग्री की गिरावट भी देखी जा सकती है। लेकिन अगले कुछ दिनों में तापमान में बढ़ोतरी के आसार भी जताए जा रहे हैं।
दिल्ली का मौसम: बादल, धुंध और बारिश के आसार
दिल्ली और आस-पास के इलाकों में मौसम में बदलाव 3 फरवरी से शुरू हो जाएगा और 5 फरवरी तक यह बदलाव जारी रहेगा। इस दौरान दिल्ली एनसीआर में बादल और धुंध छाई रहने की संभावना है। 3 और 4 फरवरी को दिल्ली के विभिन्न हिस्सों में हल्की गरज के साथ बारिश देखने को मिल सकती है। यह बारिश पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव के कारण हो रही है। मौसम विभाग ने इस दौरान किसी बड़ी ठंड का पूर्वानुमान नहीं जताया है और तापमान में अचानक गिरावट की संभावना कम है।