आईपीएल 2017 अपने आखिरी चरण में पुहंच चुका है। चार शीर्ष टीमें प्लेआॅफ में स्थान बना चुकी हैं। अब सिर्फ चार मुकाबलों में इस साल के विजेता का निर्णय हो जाना है। अब इस टूर्नामेंट के समाप्ति के कगार पर पहुंचने के बाद सभी टीमों के खिलाड़ियों का विश्लेषण होनो शुरू हो चुका है कि कौन सा खिलाड़ी अपने रुतबे के अनुरूप प्रदर्शन कर सका और किसने अपनी टीम को निराश किया। इसमें बल्ले और गेंद से प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ी शामिल हैं। क्रिकेट एक टीम गेम है और बड़े खिलाड़ियों के बीच कुछ ऐसे भी खिलाड़ी होते हैं जो अपनी टीम की सफलता में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं, मगर मीडिया और कमेंटेटर्स का कुछ बड़े नामों और बहुत बड़े प्रदर्शन पर ही सारा फोकस होने के कारण ये खिलाड़ी वो वाहवाही या श्रेय नहीं पाते जिसके कि वे हकदार होते हैं। हम आपको इस बार के आईपीएल में अलग अलग टीमों के पांच ऐसे ही खिलाड़ियों के बारे में बता रहे हैं, जिन्होंने अपनी टीमों के लिए महत्वपूर्ण योगदान दिया लेकिन उनको बड़े नामों के बीच में वाजिब श्रेय नहीं मिला…
राहुल त्रिपाठी: महाराष्ट्र का यह 26 वर्षीय बल्लेबाज आईपीएल 2017 के इमर्जिंग प्लेयर अवार्ड के लिए एलिजिबल नहीं है। राहुल त्रिपाठी ने इस पूरे आईपीएल में अब तक राइजिंग पुणे सुपरजाएंट के लिए बेहतरीन ओपनर की भूमिका निभाई है और अपनी टीम के लिए अच्छे स्कोर बनाए हैं। अजिंक्य रहाणे इस साल पुणे के लिए ओपनिंग करते हुए कुछ खास नहीं कर सके हैं, वहीं राहुल त्रिपाठी ने यह जिम्मेदारी बखूबी निभाई है और पुणे को अच्छे स्कोर तक पहुंचाने और रन चेज करने में सर्वाधिक योगदान दिया है। राहुल त्रिपाठी ने पुणे के लिए अब तक 11 इनिंग्स में 32.72 की औसत और 151.89 की स्ट्राइक रेट के साथ 360 रन बनाए हैं। इस दौरान उन्होंने 39 चौके और 16 छक्के जड़े हैं।
मनीष पाण्डेय: मनीष पाण्डेय का चयन चैम्पियंस ट्रॉफी के लिए भारतीय टीम में हुआ है। जहां तक पब्लिसिटी की बात है तो अच्छे प्रदर्शन के बावजूद उनकी चर्चा नहीं हुई है। मनीष पाण्डेय आईपीएल में सबसे कम उम्र में शतक लगाने वाले खिलाड़ी हैं और पहले भारतीय खिलाड़ी भी हैं। उन्होंने इस आईपीएल सीजन में अब तक केकेआर के लिए उपयोगी योगदान दिया है, लेकिन उनकी चर्चा नहीं हुई है। मनीष पाण्डेय ने 12 इनिंग्स में 49.50 की शानदार रन औसत और 128.57 की स्ट्राइक रेट से 396 रन बनाए हैं। इस दौरान उन्होंने दो नाबाद अर्धशतकीय पारियां भी खेली हैं, जिसमें मुंबई इंडियंस के खिलाफ 81 और दिल्ली डेयरडेविल्स के खिलाफ 69 रन की पारी शामिल है।
मनोज तिवारी: राइजिंग पुणे सुपरजाएंट के लिए मनोज तिवारी ने निचले क्रम पर बल्लेबाजी करते हुए अपनी महत्वपूर्णता साबित की है। उन्होंने अब तक पुणे के लिए 11 इनिंग्स में तीन बार नाबाद रहते हुए 32.37 की औसत और 143.88 की स्ट्राइक रेट से 259 रन बनाए हैं। इस दौरान उन्होंने 26 चौके और 9 छक्के लगाए हैं। उन्होंने अधिकतर उस समय रन बनाए हैं जब उनकी टीम मुश्किल में थी। उन्होंने पुणे के लिए जरुरत के समय तेज और संभलकर जिम्मेदारी के साथ बल्लेबाजी की है।
हरभजन सिंह: हरभजन सिंह काफी लंबे समय से भारत की राष्ट्रीय टीम से बाहर चल रहे हैं। लेकिन, आईपीएल में मुंबई इंडियंस के लिए खेलते हुए उन्होंने साबित किया है कि उम्र का उनके उपर कोई असर नहीं हुआ है और गेंदबाजी की धार बरकरार है। हरभजन ने इस साल मुंबई इंडियंस के लिए अब तक सिर्फ 8 विकेट ही चटकाए हैं। लेकिन, 11 इनिंग्स में उन्होंने 41 ओवर की गेंदबाजी की है और इस दौरान उनका इकोनॉमी रेट 6.48 का रहा है, जो टी20 के लिहाज से काफी प्रभावी गेंदबाजी है। यह भी ध्यान रखना होगा कि हरभजन ने वानखेड़े की बल्लेबाजों के अनुकूल पिच पर गेंदबाजी करते हुए ये इकोनॉमी रेट मेंटेन किया है।
पवन नेगी: पवन नेगी इस साल आईपीएल के सबसे बेहतरीन हरफनमौला खिलाड़ियों में शामिल रहे हैं। लेकिन, उनका दुर्भाग्य यह रहा है कि वो आरसीबी की तरफ से खेले हैं और इस टीम का आईपीएल में प्रदर्शन इतना खराब रहा है कि पवन नेगी का व्यक्तिगत प्रदर्शन कहीं गुम सा हो गया। नेगी ने इस साल बल्ले से 131 रन और गेंदबाजी में 13 विकेट चटकाए। उनका इकोनॉमी 6.19 का रहा है।