केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए राम मंदिर तीर्थ क्षेत्र का गठन किया था. ट्रस्ट के मंदिर निर्माण विभाग के प्रमुख और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रमुख सचिव रह चुके नृपेंद्र मिश्रा 20 फरवरी को अयोध्या पहुंचे थे.
मंदिर निर्माण विभाग का प्रमुख बनने के बाद नृपेंद्र मिश्रा का यह पहला अयोध्या दौरा था. इससे पहले उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भी मुलाकात की थी.
नृपेंद्र मिश्रा के दौरे के बाद से ही मंदिर निर्माण की तिथि को लेकर अटकलें लगाई जा रही थीं. अब राम मंदिर तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चंपत राय ने यह बता दिया है कि मंदिर निर्माण के लिए रामलला को कब शिफ्ट किया जाएगा.
उन्होंने कहा कि 24 मार्च के दिन भोर के समय रामलला को अभी जहां वो हैं, वहां से शिफ्ट किया जाएगा. चंपत राय ने कहा कि इसके 10 दिन बाद 4 अप्रैल को ट्रस्ट की बैठक बुलाई गई है.
महासचिव राय ने कहा कि ट्रस्ट की यह बैठक अयोध्या में ही होगी. गौरतलब है कि जन्मभूमि को लेकर विवाद के कारण रामलला टेंट में विराजमान हैं.
मंदिर निर्माण के लिए उन्हें वर्तमान स्थल से 150 मीटर दूर अस्थाई मंदिर का निर्माण कर वहां शिफ्ट किया जाना है. रामलला को दर्शन-पूजन के लिए तब तक अस्थाई मंदिर में रखा जाएगा, जब तक भव्य मंदिर का निर्माण पूरा नहीं हो जाता.
बताया जाता है कि अस्थाई मंदिर का खाका तैयार है. गर्भ गृह से 150 मीटर दूर बनने वाला यह अस्थाई मंदिर पूरी तरह से बुलेट प्रूफ हो सकता है. इसका निर्माण फाइबर से होगा. बता दें कि रामलला को टेंट से बाहर लाने का निर्णय ट्रस्ट की दिल्ली में हुई पहली बैठक में लिया गया था.