अयोध्या में पांच अगस्त को राम मंदिर का भूमि पूजन होना है, इससे पहले कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी में बयानबाजी छिड़ गई है. कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह के ट्वीट पर सोमवार को विवाद हुआ, जिसके बाद उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बीजेपी पर निशाना साधा. दिग्विजय ने कहा कि भगवान राम के मंदिर पर सैकड़ों वर्ष तक विवाद रहा, इसको जो राजनीतिक रूप दिया जा रहा है मेरी आपत्ति उसपर है.
दिग्विजय सिंह ने कहा कि जब पूरे देश में ये परंपरा चल रही है कि हर शुभ काम में मुहूर्त देखा जाता है, अभी चतुर्मास चल रहा है और भादो है, तो फिर 5 अगस्त को भूमिपूजन क्यों हो रहा है.
उमा भारती को लेकर दिग्विजय सिंह ने कहा कि उमा भारती क्यों नहीं जा रही हैं? मैं उनसे पूछता हूं कि क्या मुहूर्त सही है? साधु संतों को बोलना चाहिए इस समय वो मौन क्यों है? मैं तो कहता हूं इसपर शास्त्रार्थ होना चाहिए, कांग्रेस नेता ने कहा कि शिलान्यास तो पहले ही राजीव गांधी कर चुके हैं.
कांग्रेस नेता दिग्विजय ने कहा कि आप देखिए कि पुजारियों को कोरोना हुआ, कैबिनेट मंत्री का दुःखद देहांत हो गया. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और यूपी प्रदेश अध्यक्ष को कोरोना हो गया. शिवराज और उनके मंत्री कोरोना पॉजिटिव हो गए. दिग्विजय बोले कि अमित शाह जी को कोरोना होने के बाद पूरी केंद्रीय कैबिनेट को क्वारनटीन होना चाहिए, जबकि यूपी कैबिनेट को भी होना चाहिए.
दिग्विजय ने सवाल उठाए कि अगर कोई आम आदमी कोरोना पॉजिटिव होता है, तो पूरा इलाका कंटेनमेंट जोन बन जाता है. ये मुहूर्त प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुविधा के अनुसार निकाला गया है. इसलिए मेरी हाथ जोड़कर प्रार्थना है कि चतुर्मास के बाद भूमिपूजन होना चाहिए. मैं तो बोल रहा हूं वहीं करें भूमिपूजन लेकिन जब शुभ काम के लिए मुहूर्त निकाला जाना है तो पीएम मोदी को ध्यान में रखकर क्यों निकाला जाए.
गौरतलब है कि इससे पहले दिग्विजय सिंह ने ट्वीट में लिखा था कि हिन्दू मान्यताओं के साथ खिलवाड़ नहीं होना चाहिए और मुहूर्त देखकर ही राम मंदिर का भूमि पूजन किया जाना चाहिए. दिग्विजय के इस बयान पर भाजपा ने उनपर रोड़ा डालने का आरोप लगाया था.