अभी बीते कुछ समय से कश्मीर से आया एक वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है. वीडियो में साफ़ दिखाई दे रहा है कि जवानों का एक दल चुनाव की ड्यूटी पर लगे कर्मचारियों के साथ सड़क से गुजर रहा है. इसी बीच, कुछ कश्मीरी युवक इस दल को घेर लेते हैं. एक कश्मीरी युवक अपने फोन की वीडियो रिकॉर्डिंग ऑन करता है जबकि दूसरा जवान को लात से मारता है. कश्मीरी युवक का पैर लगने से जवान का हेलमेट लुढ़कता हुआ दूर चला जाता है.शपथग्रहण के बाद लगे ‘भारत माता की जय’ और ‘जय श्री राम’ के नारे से गूंज उठा पूरा राष्ट्रपति भवन
ऐसे में इस मुद्दे से जुड़ी एक बड़ी खबर आ रही है. दरअसल ख़बरों के मुताबिक कश्मीर में तैनात सीआरपीएफ जवानों के साथ बदसलूकी करने वालों के खिलाफ जल्द ही कार्रवाई हो सकती है. खबर है कि जिन कश्मीर लड़कों ने सीआरपीएफ के जवानों पर हमला किया था. उनकी पहचान हो चुकी है और उनमे से 5 युवक गिरफ्तार भी किये जा चुके हैं. इस मामले में प्रभावी कार्रवाई के लिए आज सीआरपीएफ के डीजी श्रीनगर भी जा रहे हैं.
उल्लेखनीय है कि सीआरपीएफ जवानों पर हमला करनेवाले बडगाम जिले के क्रालपोरा इलाके के रहने वाले हैं और इन्होंने सीआरपीएफ जवानों के साथ बदसलूकी तब कि जब जवान 9 अप्रैल को श्रीनगर उपचुनाव में पोलिंग ड्यूटी खत्म करके लौट रहे थे. सूत्रों के मुताबिक पुलिस ने इन लड़कों के खिलाफ FIR दर्ज कर ली है.
इस मामले में प्रभावी कार्रवाई के लिए सीआरपीएफ के डीजी राज्य के मुख्यमंत्री और राज्यपाल से भी मुलाकात करेंगे. इस बीच टीम इंडिया के पूर्व क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग ने भी इस घटना पर गुस्सा जाहिर करते हुए लिखा था कि, ये बर्दाश्त नहीं किया जा सकता. हमारे सीआरपीएफ जवानों के साथ ऐसा बर्ताव नहीं किया जा सकता, इसे रोकना होगा.
बहुत लोग इस बात से हैरान हैं कि आखिरकार सीआरपीएफ के जवानों ने इन लड़कों की बदसलूकी को बरदाश्त क्यों किया? इस सवाल पर सूत्रों का कहना है कि पैलेट गन विवाद के बाद जवानों से संयम बरतने के लिए कहा गया था, यही वजह है कि सीआरपीएफ के जवान शांत रहे.