बुधवार और वीरवार को नारकोटिक्स सेल ने दो महिलाओं को 11.55 ग्राम हेरोइन के साथ गिरफ्तार किया। पिछले एक सप्ताह में चार महिलाएं चिट्टा बेचने के आरोप में गिरफ्तार हो चुकी हैं, वहीं चिट्टे की ओवरडोज से पिछले शुक्रवार को हुई चूहड़पुर के 26 वर्षीय सचिन कटोच की मौत के बाद पुलिस ने उसे नशा बेचने वाली महिला 22 वर्षीय रिंपी पर पहली बार धारा 304 आईपीसी (गैरइरादतन हत्या) एक्ट के तहत मामला दर्ज किया था।
बुधवार शाम नारकोटिक्स सेल ने शकुंतला उर्फ शाहीवा निवासी भदरोआ को 5.75 ग्राम चिट्टे सहित गिरफ्तार किया। एसएसपी संतोष पटियाल ने बताया कि आरोपी पर मादक पदार्थ अधिनियम के तहत मामले पहले भी दर्ज हैं और आरोपी नशे की सौदागर है, कई बार पुलिस को चकमा दे चुकी है। वहीं नारकोटिक्स सेल ने थाना इंदौरा के गांव बरोटा निवासी महिला को 5.80 ग्राम चिट्टे सहित गिरफ्तार किया।
डीएसपी नूरपुर साहिल अरोड़ा ने बताया कि नारकोटिक्स सेल के प्रभारी अजीत कुमार और एसआई सुरिंदर राणा ने गांव बरोटा में गश्त के दौरान रीना निवासी बरोटा से 5.80 ग्राम चिट्टा सहित गिरफ्तार किया। डीएसपी ने बताया कि महिला इस धंधे में पहले से लिप्त है और पहले भी उस पर मादक पदार्थ अधिनियम के तहत मामले दर्ज हैं।
एक समय था जब पुलिस महिलाओं पर शक नहीं करती थी पर अब सिलसिलेवार पकड़ी गई महिलाओं के बाद महिलाओं पर अधिक सख्ती बरती जा रही है। पिछले छह महीने में जितनी महिलाओं पर तस्करी के केस दर्ज किए गए हैं, पुरुषों की संख्या उनसे कम है।
2018 की शुरुआत में पंजाब और हिमाचल पुलिस ने संयुक्त रूप नशा तस्करों पर कार्रवाई की योजना तैयार की। 11 महीनों में 4-5 बार संयुक्त तौर पर रेड की गई लेकिन एक भी नशा तस्कर या नशा बरामद नहीं हो पाया। वीरवार को डीएसपी सिटी सुखजिंदर सिंह और एसएचओ रविंदर रूबी करीब 50 कर्मचारियों के साथ हिमाचल पुलिस के साथ मिलकर रेड करने के लिए भदरोया और छन्नी पहुंचे।
50 से अधिक घर और दुकानों खंगाली लेकिन एक भी तस्कर या नशा बरामद नहीं हो पाया। पिछली बार की तरह इस बार भी नशा तस्कर पुलिस के पहुंचने से पहले घरों और दुकानों को ताले लगाकर फरार हो चुके थे।