महाराष्ट्र के कई क्षेत्रों में लगातार हो रही बारिश पहले ही काफी कहर बरपा चुकी है. ऐसे में अब लोगों की सुरक्षा के मद्देनज़र मुंबई-गोवा महामार्ग को बंद कर दिया गया है. दरअसल, मुंबई-गोवा हाईवे के बीच में ही रत्नागिरी भी आता है. वहीं रत्नागिरी के उत्तरी क्षेत्र में इन दिनों जोरदार बारिश हो रही है, जिसके कारण परशुराम घाट के पास भूस्खलन का मामला सामने आया है और खेड़ जगबूढ़ी और चिपलूण के वशिष्ठी इलाके में बाढ़ भी आई है, जिसके कारण सुरक्षा को देखते हुए मुंबई-गोवा हाईवे को बंद रखा गया है.
उल्लेखनीय है कि इससे पहले भी रत्नागिरी में भारी बारिश के कारण काफी नुकसान हुआ था. 2 जून को यहां बरसात के बाद तवरे डैम टूट गया था, जिससे डैम के नीचे बसे 7 गांवों में बाढ़ का पानी भर गया था, जिससे पूरे गांवों में बाढ़ जैसे हालात उत्पन्न हो गए थे. बांध टूटने से लगभग 24 लोगों की जान चली गई थी. वहीं गांवों में काफी पानी आ जाने से 20 से भी ज्यादा लोग बह गए थे, जिनके शव बरामद करने में आपदा विभाग को काफी समस्या हुई थी.
वहीं डैम के पास बने कुछ घर तो पानी के बवह के चलते पूरी तरह बह गए थे, अंदेशा जताया गया था कि जो लोग पानी के साथ बहे हैं, उनमें इन्हीं घरों के लोग शामिल थे. घटना की सूचना मिलने के बाद जिला प्रशासन ने राहत बचाव कार्य आरंभ किया और एनडीआरएफ की टीम को राहत बचाव का कार्य सौंपा गया. आपको बता दें कि इससे पहले 2016 में मुंबई-गोवा पर स्थित ब्रिज बह गया था, जिसमें कई लोगों की मौत होने की बात सामने आई थी, तो कई लोग लापता हो गए थे. जिसके कारण इस बार विशेष सावधानी बरती जा रही है.