अडाणी समूह के शेयरों में तेजी रही, जिससे उसके बाजार पूंजीकरण में 12,675 करोड़ रुपये की बढ़ोतरी हुई। अडाणी समूह की 10 सूचीबद्ध कंपनियों का कुल बाजार पूंजीकरण 10.62 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गया। कारोबार की समाप्ति पर उसका मार्केट कैप 10.49 लाख करोड़ रुपये था। एक विश्लेषक ने कहा, अडाणी समूह का हालिया उछाल, विशेष रूप से इसके पावर पोर्टफोलियो में, निवेशक समुदाय के नए आत्मविश्वास और इसकी क्षमता पर ध्यान केंद्रित करने का उदाहरण है। यह रुचि केवल वर्तमान प्रदर्शन पर आधारित नहीं है, बल्कि समूह की मजबूत वित्तीय और रणनीतिक निर्णय लेने की क्षमता के कारण भी है।
हालिया मीडिया रिपोर्टों की छाया के बावजूद, बाजार काफी हद तक नकारात्मकताओं को दरकिनार कर समूह की भविष्य की विकास क्षमता की ओर ध्यान दे रहा है। इस चुनौतीपूर्ण समय में समूह की लचीलापन और अनुकूलन क्षमता ने उसे दूसरों से अलग किया है। अडाणी समूह के पावर पोर्टफोलियो ने घरेलू निवेशकों की नई रुचि के कारण मजबूत लाभ दर्ज किया। अडाणी पावर के शेयर 2.79 फीसदी बढक़र 330.25 रुपये पर पहुंच गए, जिससे इसका मार्केट कैप 1.27 लाख करोड़ रुपये हो गया। अडाणी ग्रीन एनर्जी के शेयरों में 1.94 फीसदी की बढ़ोतरी हुई और इसका मार्केट कैप 1.49 लाख करोड़ रुपये हो गया, जबकि अडाणी एनर्जी सॉल्यूशंस के शेयरों में 1.59 फीसदी की बढ़ोतरी हुई और मार्केट कैप 92,017 करोड़ रुपये हो गया।
समूह की प्रमुख कंपनी अडाणी एंटरप्राइजेज के शेयर की कीमत 1.27 प्रतिशत बढक़र 2,450.05 रुपये हो गई और इसका बाजार पूंजीकरण बढक़र 2.79 लाख करोड़ रुपये हो गया। अडाणी पोर्ट्स के शेयर भी 0.92 फीसदी चढ़े।
अदाणी समूह के शेयरों को बढ़ावा तब मिला जब बाजार ने समूह की बुनियादी ताकत को पहचाना और हिंडनबर्ग रिपोर्ट और हालिया ओसीसीआरपी जैसी रिपोर्टों को खारिज कर दिया। अडाणी ग्रुप ने इन रिपोर्ट्स के दावों को खारिज कर दिया है।
रिपोर्टों के अनुसार, नियामक पहले ही अडाणी जांच में ओसीसीआरपी द्वारा नामित फंड की जांच कर चुका है। इन बाहरी चुनौतियों के बावजूद समूह के वित्तीय आंकड़े मजबूत हैं, जो परिचालन ताकत और लचीलेपन को दर्शाता है। मौजूदा वित्त वर्ष की पहली तिमाही में कंपनी की सूचीबद्ध कंपनियों का कर पूर्व लाभ 42 प्रतिशत बढक़र 23,532 करोड़ रुपये हो गया। इसमें कोर इन्फ्रास्ट्रक्चर क्षेत्र की समूह की कंपनियों का कर पूर्व लाभ 34 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 20,233 करोड़ रुपये रहा।
एईएल इंफ्रास्ट्रक्चर बिजनेस ने सालाना आधार पर 96 प्रतिशत की वृद्धि के साथ कर पूर्व लाभ में 1,718 करोड़ की वृद्धि दर्ज की। सीमेंट व्यवसाय ने लागत अनुकूलन और परिचालन तालमेल के साथ तिमाही-दर-तिमाही आधार पर मजबूत सुधार दर्ज किया, जिससे मार्जिन में सुधार हुआ। वित्त वर्ष 2022-23 में अडाणी समूह का कर पूर्व लाभ 36 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 57,219 करोड़ रुपये बढ़ा था जिससे मजबूत मुनाफा हुआ। अमेरिका स्थित निवेश इकाई जीक्यूजी पार्टनर्स ने हाल के महीनों में अडाणी समूह में निवेश किया है। कंपनी ने मार्च में 1.87 अरब डॉलर के निवेश के साथ शुरुआत की, मई में 50 करोड़ डॉलर और जोड़े तथा जून में एक अरब डॉलर के अडाणी स्टॉक का अधिग्रहण किया।