नई दिल्ली: गर्मी के मौसम में संसद में भी इस सप्ताह माहौल ‘गरम’ रहने की पूरी संभावना है। बुधवार को राज्यसभा में बहुचर्चित अगस्तावेस्टलैंड घोटाले पर चर्चा होगी। अगर अगस्ता पर हो रही चर्चा कांग्रेस के पक्ष में नहीं गई तो पार्टी के पास ‘प्लान बी’ तैयार है। उसकी रणनीति नरेंद्र मोदी के गुजरात के मुख्यमंत्री के तौर पर लंबे कार्यकाल के दौरान हुए कथित घोटाले का मसला उठाने की है।
बीजेपी के नएनवेले सदस्य सुब्रह्मण्यम स्वामी ने राज्यसभा में इस मामले में चर्चा का नोटिस दिया है। इस मामले में उनका निशाना हमेशा की तरह कांग्रेस प्रमुख पर है। दूसरी ओर कांग्रेस का इस मसले पर कहना है कि उसके पास छिपाने के लिए कुछ नहीं है। बीजेपी और कांग्रेस के बीच की इस ‘जंग’ में ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस भी कूद पड़ी है। इस समय बंगाल के विधानसभा चुनाव में जुटी इस पार्टी ने अगस्ता मामले पर बीजेपी और कांग्रेस पर निशाना साधने की मांग करते हुए सोमवार को ही चर्चा की मांग की है। गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव के दौरान तृणमूल के कुछ नेताओं का कैमरे के सामने ही कथित तौर पर घूस स्वीकार करने का मामला चर्चा का विषय बना हुआ है।
3600 करोड़ में खरीदे गए थे 12 हेलीकॉप्टर
अगस्तावेस्टलैंड डील पर 2010 में दस्तखत किए गए थे इसके तहत एंग्लो-इटालियन निर्माता कंपनी से भारत ने 3600 करोड़ रुपये की लागत से शीर्ष राजनेताओं के इस्तेमाल के लिए 12 हेलीकॉप्टर खरीदे थे। इटली ने आरोप लगाया था कि कंपनी के शीर्ष अधिकारियों ने बड़े कांट्रेक्ट हासिल करने के लिए भारत जैसे देशों में रिश्वत दी। मामले को लेकर उठे विवाद के बाद भारत ने वर्ष 2014 में इस डील को रद्द कर दिया और सीबीआई जांच का आदेश दिया है। कंपनी और इसकी पेरेंट कंपनी फिनमैक्कानिका को प्रतिबंधित कर दिया था। वर्ष 2014 में कांग्रेस नीत सरकार की जगह पर सत्ता संभालने वाली बीजेपी का कहना है कि उसके सत्ता में आने के बाद ही दागदार कंपनियों को ब्लैकलिस्टेड किया गया। जवाब में कांग्रेस का आरोप है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मेक इन इंडिया योजना में भागीदारी की खातिर इस कंपनी को भारत में वापस बुलाया।
केजी बेसिन में गैस भंडार की खोज से जुड़ा मसला उठाएगी कांग्रेस
सोनिया गांधी सहित कांग्रेस के शीर्ष नेताओं के नाम उन दस्तावेजों में शामिल है जिनका इटली की कोर्ट की समीक्षा किया। कंपनी ने पिछले माह निष्कर्ष निकाला कि भारत के साथ सौदे में दलाली दी गई। सोनिया ने संवाददाताओं से चर्चा में कहा था, ‘मैंने कुछ भी गलत नहीं किया है।’ अगस्ता पर चर्चा कांग्रेस के पक्ष में नहीं रहीतो पार्टी के पास ‘प्लान बी’ तैयार है। उसकी रणनीति नरेंद्र मोदी के गुजरात के मुख्यमंत्री के तौर पर लंबे कार्यकाल के दौरान हुए कथित घोटाले का मसला उठाने की है। इसके तहत कांग्रेस कैग की रिपोर्ट का इस्तेमाल करते हुए मोदी पर आरोप लगाएगी कि उन्होंने आंध्र के तट पर कृष्णा गोदावरी रिवर बेसिन से गैस भंडार की खोज के लिए एक सरकारी फर्म को 20 हजार करोड़ रुपए ‘गंवाने’ का मौका दिया। कैग रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि कंपनी ने कई अनियमितताएं कीं। कांग्रेस की योजना एक संसदीय समिति से इस कथित घोटाले की जांच कराने का अनुरोध करने की है।