यदि आपके पास इंटरनेट की 5जी सेवा को एक्टिवेट या अपग्रेड कराने के लिए कोई कॉल आए तो सावधान हो जाइए क्योंकि सायबर ठग इसके जरिए आपके साथ धोखाधड़ी कर सकते हैं। ठगों ने इसको लोगों से धोखाधड़ी करने का नया हथकंडा बना लिया है। इस बाबत मध्य प्रदेश की सायबर पुलिस ने लोगों को सावधान करने के लिए बाकायदा एडवाइजरी जारी की है। सोशल मीडिया के जरिए भी कुछ जागरूक लोग इस हथकंडे से बचने के लिए लोगों को सावधान कर रहे हैं। पुलिस ने अपनी एडवाइजरी में कहा है कि ऐसे संदेशों का जवाब नहीं दें।
फिशिंग लिंक के जरिए बना सकते हैं निशाना
दरअसल, जियो ने मध्य प्रदेश में इंदौर और भोपाल के बाद ग्वालियर और जबलपुर में भी 5जी सेवा शुरू कर दी है। इसको लेकर उपभोक्ताओं में जिज्ञासाएं हैं। सायबर ठग इसी का फायदा उठाने में जुटे हैं। पुलिस ने अपनी एडवाइजरी में कहा है कि जब तक कंपनी के अधिकृत नंबर से सिम अपग्रेड करने के लिए कोई संदेश या काल ना आए तब तक कोई रिस्पांस नहीं दें। सायबर ठग फिशिंग लिंक के जरिए आपको शिकार बना सकते हैं। यदि आपके साथ धोखाधड़ी की कोई घटना होती है तो आप तुरंत पुलिस की मदद लें।
लिंक क्लिक करते ही मोबाइल हो जाता है हैक
पुलिस का कहना है कि ऐसे किसी भी लिंक पर क्लिक करते ही आपके बैंक खाते से रकम उड़ाई जा सकती है। एडिशनल एसपी क्राइम राजेश दंडोतिया ने बताया कि लोगों के मोबाइल पर एसएमएस के जरिए संदेश भेजे जा रहे हैं। यह नंबर कई बार कंपनी के नाम से ही भेजे जाते हैं। इसमें दिए गए लिंक पर क्लिक करते ही मोबाइल हैक हो जाता है। इसके बाद ठग मोबाइल में पे-वालेट के जरिए या फिर सीधे खाते से ही रकम उड़ा देते हैं। ठग फोन करके आपकी पूरी जानकारी हासिल कर लेते हैं।
क्विक सपोर्ट, एनीडेस्क, टीम व्यूअर, अल्ट्रा व्यूअर का लिंक
ठग सिम अपग्रेड करने का झांसा देकर आधार कार्ड नंबर एवं अन्य जानकारी लेकर फिसिंग लिंक भेजते हैं। ठग इस पर क्लिक कर के पूरी जानकारी भरने के लिए बोलते हैं। दंडोतिया ने बताया कि इस लिंक पर क्लिक करते ही मोबाइल हैक हो जाता है। ठग रिमोट लाॅगइन एप क्विक सपोर्ट, एनीडेस्क, टीम व्यूअर, अल्ट्रा व्यूअर का लिंक आपके मोबाइल पर भेजकर यह मैसेज भेजते हैं कि इस एप को डाउनलोड करने के बाद सिम अपग्रेड हो जाएगी। इस पर क्लिक करते ही हैकर आपके फोन को अपने कंट्रोल में लेकर इसका इस्तेमाल करते हैं।
किसी को ना बताएं OTP
कुछ ठग सिम अपग्रेड कराने का झांसा देकर सीधे ओटीपी पूछकर ठगी कर रहे हैं। ओटीपी पूछकर खाता खाली कर देते हैं। इसी तरह ठग सिम अपग्रेड के नाम पर नेटवर्क आपरेटर कंपनी का कर्मचारी बनकर फोन ठग फोन करते हैं। यही नहीं ठग केवाईसी अपडेट कर 5जी सिम अपग्रेड कराने का झांसा देते हैं। यदि आपका मोबाइल हाल ही में खरीदा गया है तो उसमें समय समय पर अपडेट सॉफ्टवेयर कंपनी उपलब्ध कराती है। आप फोन की सेटिंग में जाकर अपने डिवाइस के नवीनतम साफ्टवेयर को अपडेट कर सकते हैं।