अयोध्या. समाजवादी ब्राहमण सभा के पूर्व राष्ट्रीय महा सचिव डॉ आशीष पाण्डेय दीपू ने अयोध्या में बैठक कर संत वेश में भारतीय जनता पार्टी एजेंट के रूप में काम करने वाले तथाकथित लोगों के बयान को बेबुनियाद बताया. और कहा कि हमारे नेता मुलायम सिंह यादव जी और अखिलेश यादव जी सर्वधर्म का सम्मान करने वाले और समतामूलक समाज के रक्षक हैं| चाहे हज यात्री की बात रही हो या समाजवादी श्रवण की बात रही हो| अयोध्या के साथ-साथ पूरे उ०प्र० में अगर गंगा जमुनी तहजीब की मिशाल के रूप में कोई नेता जाने जाते हैं तो वह केवल नेताजी मुलायम सिंह यादव जी और अखिलेश यादव जी है|
अयोध्या में गोली चलवाना संविधान की रक्षा एवं शांति व्यवस्था बनाये रखने के लिए राजधर्म का पालन आवश्यक था| जिसका पालन मुलायम सिंह यादव जी ने किया| जन्मोत्सव कार्यक्रमों के अंतर्गत नेताजी मुलायम सिंह यादव जी और अखिलेश यादव जी के उत्तम स्वास्थय दीर्घ आयु, यशस्वी होने के लिए विभिन्न मंदिरों में सैकड़ों संतो और आचार्यों के सानिध्य में चलने वाले यज्ञ हवन पूजन भंडारे, गरीबों व असहायों को भोजन वितरण, वस्त्र वितरण, रक्त शिविर लगाकर अनेकों जरूरतमन्दों की जान बचाने वाले सामजिक कार्य हो रहे हैं अयोध्या की जनता और साधू संतो के बड़ी संख्या में मिल रहे साथ से एजेंटों में खलबली है| जो साफ़ देखने को मिल रही है| २२ साल तक अयोध्या पर राज करने वाली बीजेपी ने अपने वोट बैंक की प्रतिपूर्ति के लिए केवल जनता को गुमराह किया | और २२ साल तक राज किया| जनता के सामने बीजेपी की कलई खुल चुकी है जिसका जवाब जनता ने २०१२ के विधानसभा चुनाव में अयोध्या में मा० अखिलेश यादव जी के नेत्रत्व में समाजवादी पार्टी के खाते में विजयश्री दिलाकर दे दिया है| २२ साल तक भगवान राम के नाम पर छली जाने वाली अयोध्या की जनता अब इन एजेंटों के बहकावे में आने वाली नही है| समाजवादी पार्टी की नीतियाँ व् रीतियों से प्रभावित होकर अयोध्या की जनता ने जन्मोत्सव कार्यक्रमों में लगातार अपना सहयोग प्रदान किया है| बीजेपी के इन संत भेषधारी एजेंटों से मैं कहना चाहता हूँ कि वह भी अपने नेताओं को इस तरह से सामजिक और सौहार्दपूर्ण जन्मोत्सव कार्यक्रम आयोजित कर जनता की सेवा करें| और वोट बैंक के नाम पर जनता को छलने का काम बंद करें| उस वक्त यह संत वेशधारी बीजेपी के एजेंट लोग चुप क्यों थे जब प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी ने गौरक्षकों को अपराधिक गतिविधियों में लिप्त बताया | तो क्या सभी गौरक्षक अपराधी हैं? और बीजेपी के सांसद उदितराज जो बार-बार यह कह रहे हैं कि बीफ खाकर बोल्ट ने ९ गोल्ड मैडल जीते है| यह सांसद जी आखिर क्या संदेश देना चाह रहे हैं और हिन्दुओं के आका के रूप में यह संत वेशधारी एजेंट लोग चुप्पी क्यों साधे हुए है| क्या गौ सेवा और् बीफ इनके एजेंडे से बहार हो चुका है?
बैठक में महंत आशीष तिवारी, आचार्य हनुमान प्रसाद पाण्डेय, प० राजेश पाण्डेय आचार्य बाल योगी, आचार्य रामविलास शास्त्री, महंत अनिल मिश्रा, प० गुरु सराह चौबे, आचार्य राम वल्लभादास जी, नागेन्द्र शास्त्री जी, अंशु सिब्बल आदि लोग मौजूद थे|