अपने दैनिक जीवन में 5 रूपए के नोट से लेकर 2,000 के नोटों तक का प्रयोग किसी न किसी वस्तु की खरीदारी के लिए करते ही है! लेकिन क्या आपने कभी गौर किया है! कि छोटे से छोटे नोट से लेकर 2000 के बड़े नोट तक एक बात सभी में सामान्य होती है! और वह है हमारे देश के नोटों पर लिखा एक वाक्य जो0 है! ‘मैं धारक को अदा करने का वचन देता हूं!’ आपने भी नोटों पर यह वाक्य जरूर पढ़ा होगा! लेकिन क्या आपको पता है इस वाक्य के पीछे क्या कहानी है! और यह सभी नोटों पर आखिर क्यों लिखा होता है!
यह सवाल कई परिक्षाओं और इंटरव्यू में भी पूछा जा चूका है! ऐसे में आपको इस बारे में पता होना जरूरी है! दरअसल, RBI जितने की करंसी प्रिंट करती है! उसी कीमत का गोल्ड अपने पास सुरक्षित रखती है! वह धारक को ये विश्वास दिलाने के लिए यह कथन लिखती है! कि यदि आपके पास बीस रुपया है! तो इसका मतलब यह है कि रिज़र्व बैंक के पास आपका 20 रुपये का सोना रिज़र्व है!
इसी तरह से अन्य नोटों पर भी यह लिखा होने का मतलब है कि जो नोट आपके पास है आप उस नोट के धारक है! उसके मूल्य के बराबर आपका सोना रिजर्व बैंक के पास है! रिजर्व बैंक वो सोना उस नोट के बदले आपको देने के लिए वचनबद्ध है!