एक जुलाई, 2017 को GST लागू होने के बाद से कई राज्यों की कमाई लगातार गिर रही है. सिर्फ छह राज्य ऐसे हैं जिनकी कमाई बढ़ी है. केंद्रशासित प्रदेशों में पुडुचेरी को सबसे अधिक नुकसान उठा पड़ा है. पुडुचेरी की आय में 43 परसेंट तक की कमी आई है. अब बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी की अगुवाई में सात सदस्यीय टीम ये आकलन करेगी कि इन राज्यों की कमाई क्यों और किस कारण घट रही है. साथ ही कमिटी ये भी देखेगी कि इन राज्यों की कमाई बढ़ाने के लिए कौन से उपाय किए जाएं?
इन राज्यों को घाटा
GST लागू होने के बाद पंजाब, हिमाचल प्रदेश, छत्तीसगढ़, उत्तराखंड, जम्मू-कश्मीर, ओडिशा, गोवा, बिहार, गुजरात और दिल्ली की आय में कमी दर्ज की गई है. अप्रैल, 2018 से नवंबर, 2018 के बीच इन राज्यों की आय में 14-37 प्रतिशत तक की कमी देखी गई है.
इन राज्यों की आमदनी बढ़ी
जीएसटी लागू होने के बाद 31 राज्य सरकारों में केवल आंध्रप्रदेश और पूर्वोत्तर के पांच राज्य मिजोरम, अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर, सिक्किम और नागालैंड की आय बढ़ी है.
GST में तय नियम के मुताबिक केंद्र सरकार ने राज्यों को उनके घाटे की भरपाई की है, लेकिन ये काफी ज्यादा है. 2017-2018 वित्त वर्ष के बीच जहां सरकार ने राज्यों को मुआवजे के तौर पर पूरी साल 48,178 करोड़ रुपए दिए थे. वहीं, अप्रैल से नवंबर 2018 तक ही सरकार को राजस्व घाटे की भरपाई के लिए 48,202 करोड़ रुपए देने पड़ गए.
नुकसान का पता लगाया जाएगा
बिहार के उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी की अगुवाई वाला मंत्रिसमूह राज्यों की आमदनी में कमी पर गौर करेगा. साथ ही उनकी आय बढ़ाने के लिए अपनी सिफारिशें भी सौंपेगा. पंजाब के वित्त मंत्री मनप्रीत सिंह बादल, केरल के वित्त मंत्री थॉमस इसाक, कर्नाटक के ग्रामीण विकास मंत्री कृष्णा बी. गौड़ा, ओडिशा के वित्त मंत्री शशि भूषण बेहेरा, हरियाणा के राजस्व मंत्री कैप्टन अभिमन्यु और गोवा के पंचायत मंत्री मौविन गोडिन्हो इस मंत्रिसमूह के सदस्य होंगे.