स्तन से जुड़े ऐसे तथ्यों पर चर्चा करेंगे, जो सर्वेक्षणों, स्वास्थ्य संगठनों की रिपोर्ट, डॉक्टरों की सलाह, आदि पर आधारित है और इसमें आपको भारत की महिलाओं से जुड़े भी कुछ ऐसे तथ्य पता चलेंगे, जिनके बारे में आप नहीं जानते होंगे। तो चलिये एक-एक स्लाइडर को आगे बढ़ाइये और जानिए 11 महत्वपूर्ण तथ्यों को- महिलाएं खरीदती हैं बड़ी ब्रा लिंगेरी रीटेलर इंटीमेसी द्वारा कराये गये सर्वे के अनुसार 48 फीसदी महिलाएं अपने साइज से एक या दो इंच बड़ी ब्रा पहनती हैं। ब्रा का गलत साइज इंटीमेसी के सर्वेक्षण के अनुसार 85 फीसदी महिलाएं गलत साइज की ब्रा पहनती हैं।
ब्रेस्ट से संतुष्ट नहीं इंटरनेशनल जर्नल ऑफ सेक्सुअल हेल्थ के सर्वेक्षण के मुताबिक 70 प्रतिशत लड़कियां अपने ब्रेस्ट के साइज से खुश नहीं रहती हैं। उत्तेजित होने का जरिया वर्ष 2006 में किये गये सर्वेक्षण के अनुसार 82 फीसदी लड़कियों ने कहा कि वो वक्षों के स्पर्श पर ही यौन संबंध के लिये उत्तेजित होती हैं। ज्यादा दौड़ने से दर्द महिलाओं के लिये ज्यादा दौड़ना दर्द भरा हो सकता है। यूनाइटेड किंगडम की एक रिपोर्ट के अनुसार ज्यादातर महिला एथलीट्स को ब्रेस्ट में अकसर दर्द की शिकायत रहती है। दुनिया के सबसे बड़े ब्रेस्ट गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड के अनुसार दुनिया के सबसे बड़े ब्रेस्ट वाली महिला के ब्रेस्ट का साइज 5.83 फुट यानी 70 इंच है। कॉस्मैटिक सर्जरी पिछले 10 वर्षों में ब्रेस्ट की कॉस्मैटिक सर्जरी कराने का चलन बढ़ा है। वर्ष 2011 में सिर्फ अमेरिका में ही 286,000 लड़कियों ने सर्जरी करवायी।
अब तो भारत में यह दिल्ली, बैंगलोर और लखनऊ तक के शहरों तक हो रही है। जिसमें मात्र 35 से 50 हजार रुपए का खर्च आता है। सुसाइड का खतरा कनाडा की लवाल यूनिवर्सिटी द्वारा किये गये अध्ययन के अनुसार ब्रेस्ट इम्प्लान्ट करवाले वाली महिलाओं में आत्महत्या करने का खतरा 73 फीसदी ज्यादा रहता है। बायां स्तन बड़ा वैज्ञानिक दृष्टि से भी यह बात सिद्ध हो चुकी है कि ज्यादातर महिलाओं में बाया स्तन दायें की तुलना में बड़ा होता है। ब्रेस्ट मिल्क में कैंसर की दवा ऐसे कैंसर, जिसमें पुरुषों को एस्ट्रोजेन की जरूरत पड़ती है, उनके लिये ब्रेस्ट मिल्क वरदान साबित हो सकता है।
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ऐसे मरीजों को ब्रेस्ट मिल्क पीने की सलाह भी दी जाती है। बच्चे को बचाता है बीमारी से विश्व स्वास्थ्य संगठन भी यह सलाह देता है कि कम से कम एक साल तक के बच्चे को मां का दूध अवश्य देना चाहिये। क्योंकि यह न केवल जरूरी पोषक तत्व प्रदान करता है, बल्कि बच्चे का इम्यूनि सिस्टम मजबूत करता है, यानी बीमारियों से लड़ने की ताकत देता है। ब्रेस्ट से जुड़ी गलत धारणा आम तौर पर लोगों में यह धारणा होती है कि जिन महिलाओं के ब्रेस्ट छोटे होते हैं उनके बच्चों को को मां का दूध कम मिलता है और बड़े स्तन वाली महिलाओं के ज्यादा दूध बनता है। यह धारणा पूरी तरह गलत है।
घटता-बिढ़ता है ब्रेस्ट साइज अमेरिका की येल यूनिवर्सिटी में हुए एक अध्ययन के अनुसार महिलाओं के स्तन का साइज हर घंटे घटता बढ़ता रहता है, कभी-कभी मिनट-मिनट पर भी। लेकिन परिवर्तन इतना छोटा होता है कि पता नहीं चलता है। अमीरी-गरीबी और ब्रेस्ट प्रसिद्ध मैगजीन साइकोलॉजी टुडे द्वारा किये गये सर्वेक्षण में पाया गया कि गरीब पुरुषों को बड़े स्तन ज्यादा पसंद होते हैं, जबकि ज्यादातर अमीर पुरुष छोटे स्तन पसंद करते हैं। यहां पर पसंद का मतलब आकर्षण से है। खाली पेट की स्तन की बात साइकोलॉजी टुडे के अध्ययन के अनुसार अगर पुरुष खाली पेट है और उससे ब्रेस्ट की बात करें, तो वह बड़े स्तनों की ओर ज्यादा आकर्षित होगा, जबकि भूखे पेट पुरुष छोटे स्तनों की ओर ज्यादा आकर्षित होते हैं।
बड़े ब्रेस्ट के आकर्षण साइकोलॉजी टुडे के अध्ययन के अनुसार जो पुरुष पिता बनने में रुचि नहीं रखते हैं, वो बड़े स्तनों की ओर ज्यादा आकर्षित होते हैं। शहरी महिलाएं और ब्रेस्ट कैंसर विश्व स्वास्थ्य संगठन की रिपोर्ट के अनुसार ग्रामीण महिलाओं की तुलना में शहरी महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर होने का खतरा ज्यादा रहता है। भारत की स्थिति भारत में 50 फीसदी महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर का पता तब चलता है, जब कैंसर तीसरी या चौथी स्टेज पर पहुंच चुका होता है, यानी मौत का खतरा कई गुना बढ़ चुका होता है।
40 साल के ऊपर महिलाएं ब्रेस्ट कैंसर का खतरा 40 साल की उम्र के बाद बढ़ जाता है। अब तक रिपोर्ट केसेस में 90 प्रतिशत की उम्र 40 से अधिक पायी गई है। 5 साल से ज्यादा नहीं रहता जीवन पीबीसीआर की रिपोर्ट के अनुसार भारत में ब्रेस्ट कैंसर का पता लगने के बाद 60 फीसदी महिलाएं रोग का पता चलने के 5 साल तक भी जीवित नहीं रह पाती हैं। ब्रेस्ट कैंसर के प्रति जागरूकता कम यह बात स्वास्थ्य विशेषज्ञ भी मानते हैं कि भारत में ब्रेस्ट कैंसर को लेकर महिलाएं बहुत कम जागरूक हैं।