इस्लामाबाद। पनामा पेपर्स केस मामले में फंसे पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के लिए आज सबसे बड़ा दिन है। पाकिस्तान की सुप्रीम कोर्ट आज इस मामले में अपना फैसला सुनाएगी और यही फैसला नवाज शरीफ का भविष्य तय करेगा। इस फैसले पर पाकिस्तान की राजनीतिक पार्टियों के अलावा पूरी दुनिया की निगहें टिकी हुई हैं। इस फैसले का सीधा असर यहां के राजनीतिक भविष्यि पर पड़ेगा। पाकिस्तान के अखबार ‘द डॉन’ की खबर के मुताबिक इस मामले में सुप्रीम कोर्ट के जज आसिफ सईद खोसा के नेतृत्वर में बनी पांच सदस्यीरय खंडपीठ अपना फैसला गुरुवार दोपहर दो बजे सुनाएगी।
23 फरवरी को कोर्ट ने सुरक्षित रख लिया था फैसला
इससे पहले बचाव पक्ष और अभियोजन पक्ष की दलीलें समाप्त होने के बाद पाकिस्तान की सर्वोच्च अदालत ने 23 फरवरी को पनामागेट मामले में अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था। कोर्ट का कहना था कि इस पर वह विस्तृत फैसला 20 अप्रैल को सुनाएगा। यह मुकदमा 1990 के दशक में शरीफ द्वारा धन शोधन कर लंदन में संपत्ति खरीदने का है। शरीफ उस दौरान दो बार देश के प्रधानमंत्री रहे थे। पनामागेट कांड में नवाज शरीफ का नाम सामने आने के बाद से ही उनके विरोधी उन्हें आड़े हाथों ले रहे हैं। हालांकि पीएम शरीफ इन आरोपों को सिरे से खारिज करते रहे हैं।
नवाज शरीफ को अयोग्य करार दिए जाने की मांग
‘द डॉन’ के मुताबिक पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ के प्रमुख इमरान खान, जमात ए इस्लामी के प्रमुख सिराजुल हक और आवामी मुस्लिम लीग के प्रमुख शेख राशिद अहमद ने सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर कर अपील की है कि पनामागेट कांड में आरोपी पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को अयोग्य करार दिया जाए। नवाज शरीफ पर कोर्ट के फैसले से पूर्व बुधवार को इमरान खान ने पार्टी की एक आपात बैठक भी बुलाई है। इसमें कल और कल के बाद होने वाली राजनीतिक गतिविधियों के बारे में चर्चा की जाएगी। इस बैठके में सभी वरिष्ठा नेताओं को शामिल रहने के लिए कहा गया है।
निर्णायक साबित होगा कोर्ट का फैसला
इमरान खान की पार्टी का कहना है कि कल आने वाला सुप्रीम कोर्ट का फैसला काफी हद निर्णायक साबित होगा। वहीं नवाज शरीफ की पीएमएल (एन) का कहना है कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले का सम्माान किया जाएगा फिर वह चाहे कुछ भी हो। अखबार की खबर के मुताबिक इस मामले में नवाज श्ारीफ ने कोर्ट से एक न्यायिक आयोग बनाने की मांग की थी। इसके अलावा उन्होंने कोर्ट के समक्ष अपनी तीन पीढ़ियों के खातों का ब्यौरा भी सौंपा गया है। उन्हों ने नेशनल असेंबली और कोर्ट में अपने ऊपर लगे सभी आरोपों को बेबुनियाद बताया है। उनका कहना है कि उनके बच्चों ने अपनी मेहनत की कमाई से पूंजी अर्जित की है और इससे ही ब्रिटेन में फ्लैट भी लिया है।