हिंदू धर्म में एकादशी व्रत का बहुत महत्व माना जाता है. चन्द्रमा की स्थिति के कारण व्यक्ति की मानसिक और शारीरिक स्थिति खराब और अच्छी होती है. ऐसी दशा में एकादशी व्रत से चन्द्रमा के हर खराब प्रभाव को रोका जा सकता है. आज विजया एकादशी मनाई जा रही है. इस एकादशी में भगवान विष्णु की उपासना की जाती है.
श्री हरी की स्थापना एक कलश पर करें. इसके बाद श्रद्धापूर्वक श्री हरि का पूजन करें. मस्तक पर सफेद चन्दन या गोपी चन्दन लगाकर पूजन करें. इनको पंचामृत, पुष्प और ऋतु फल अर्पित करें. चाहें तो एक वेला उपवास रखकर , एक वेला पूर्ण सात्विक आहार ग्रहण करें. शाम को आहार ग्रहण करने के पहले उपासना और आरती जरूर करें. अगले दिन प्रातःकाल उसी कलश का और अन्न वस्त्र आदि का दान करें.
वैसे तो हर एकादशी अपने आप में महत्वपूर्ण है, लेकिन विजया एकादशी अपने नाम के अनुसार विजय दिलाने वाली मानी जाती है. इस एकादशी का व्रत करने से आप भयंकर विपत्तियों से छुटकारा पा सकते हैं.
बड़े से बड़े शक्तिशाली शत्रुओं को परास्त कर सकते हैं. पद्म पुराण के अनुसार विजया एकादशी का व्रत करने वाले व्यक्ति को धन-धान्य का लाभ मिलता है और मृत्यु के बाद मोक्ष की प्राप्ति होती है.