हैदराबाद एनकाउंटर का असर दिल्ली वालों पर भी चढ़कर बोला। ज्यादातर लोग हैदराबाद पुलिस की कार्रवाई के हक में खड़े दिखे। महिलाएं इस मामले में ज्यादा मुखर रहीं। इंडिया गेट पर मौजूद सुषमा बत्रा नाम की एक युवती ने तो यहां तक कहा कि ठीक ही हुआ, जो पुलिस ने चारों को ठोक दिया। बाकी जो होगा देखा जाएगा।
दुष्कर्म पीड़िता की आपबीती याद आने पर शरीर सिहर जाता है। हालांकि, कुछ लोगों ने एनकाउंटर के पक्ष में आ रही प्रतिक्रियाओं को न्यायपालिका की गिरती साख से भी जोड़कर देखा।
इंडिया गेट पर पहुंची करावल नगर की सोनी कुमारी का मानना है कि महिलाओं के साथ अपराध करने वालों को यही सजा मिलनी चाहिए। ऐसे अपराधियों को सरेआम गोलियों से भून देना चाहिए, फांसी पर लटका देना चाहिए। इससे अपराधियों के मन में डर पैदा होगा।
जबकि फोर्डा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. पंकज सोलंकी कहते हैं कि हैदराबाद पुलिस ने बिलकुल सही किया। जघन्य अपराध करने वालों को यही दंड मिलना चाहिए। एनकाउंटर को जो भी देख रहा होगा, वह महिलाओं के साथ ऐसे अपराध करेगा, उन्हें ऐसी ही सजा मिलेगी।