झारखंड विधानसभा चुनाव पूर्व किए गए झामुमो, कांग्रेस और राजद के महागठबंधन ने चुनावी नतीजों में बड़ी जीत हासिल की है। 81 सदस्यीय विधानसभा में जहां महागठबंधन ने बहुमत से ज्यादा 47 सीटें जीतीं तो वहीं सत्तारूढ़ भाजपा को सिर्फ 25 सीटों से ही संतोष करना पड़ा। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, हेमंत सोरेन अपने मंत्रिमंडल के सहयोगियों के साथ 27 दिसंबर को रांची के मोरहाबादी मैदान में शपथ ग्रहण करेंगे। वहीं आज झारखंड मुक्ति मोर्चा विधायक दल की बैठक होने जा रही है। सूत्रों का कहना है कि हेमंत सोरेन के मंत्रिमंडल में कांग्रेस और झामुमो से पांच-पांच और राजद से एक मंत्री रखे जाने की संभावना है।
शपथग्रहण समारोह में गैर भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों और यूपीए के बड़े नेताओं को आमंत्रण देने की तैयारी चल रही है। रांची के मोरहाबादी मैदान में शपथ ग्रहण समारोह की तैयारी शुरू कर दी गई है। यहां खुले मैदान में हेमंत सोरेन मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। हेमंत सोरेन के शपथ ग्रहण समारोह को खास बनाने की मुकम्मल तैयारी की जा रही है। इसी सिलसिले में हेमंत सोरेन आज रांची के रिम्स में राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद से मुलाकात करने जा सकते हैं। इससे पहले हेमंत ने जीत के लिए लालू प्रसाद और सोनिया, राहुल गांधी का आभार जताया था।
विधानसभा चुनावों से पहले, जब कांग्रेस, राजद और झामुमो सीट बंटवारे को लेकर अंतिम बातचीत कर रहे थे, तो लालू ने तेजस्वी यादव को गठबंधन फार्मूला को स्वीकार करने के लिए मनाया था। क्योंकि तेजस्वी यादव अपनी पसंद की अधिक सीटों पर चुनाव लड़ना चाहते थे। तेजस्वी ने रांची में मौजूद होने के बावजूद महागठबंधन के एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में भाग नहीं लिया था। इसके बाद लालू ने तब तेजस्वी को हेमंत सोरेन और कांग्रेस नेताओं के साथ बातचीत करने के लिए मना लिया। लालू ने तेजस्वी यादव को राजद को आवंटित सात सीटों के लिए सहमत होने के लिए राजी किया। वहीं, झामुमो और कांग्रेस ने 43 और 31 सीटों पर चुनाव लड़ा।