हिंदुस्तान यूनिलीवर ने अपने लोकप्रिय स्किनकेयर ब्रांड फेयर ऐंड लवली का नाम बदलकर अब ‘ग्लो ऐंड लवली’ कर दिया है. कंपनी ने कुछ दिनों पहले ही अपने इस ब्रांड से फेयर शब्द हटाने का निर्णय लिया था.
फास्ट मूविंग कंज्यूमर गुड्स (FMCG) कंपनी हिंदुस्तान यूनिलीवर ने अब इस क्रीम की नए सिरे से ब्रांडिंग की है.
इसके पहले इसे गोरेपन की क्रीम के रूप में दशकों तक जमकर प्रचारित किया गया और बेचा गया. लेकिन अब कंपनी का कहना है कि वह सकारात्मक सौंदर्य के नजरिए से ज्यादा समावेशी दृष्टिकोण रखते हुए इसका नाम बदल रही है. कंपनी मर्दों के लिए जो क्रीम लाएगी उनका ब्रांड नाम ‘ग्लो ऐंड हैंडसम (Glow & Handsome) होगा.
न्यूज एजेंसी पीटीआई के अनुसार हिंदुस्तान यूनिलीवर ने एक बयान में कहा, ‘अगले कुछ महीनों में ग्लो ऐंड लवली दुकानों में पहुंच जाएगी और आगे के सभी इनोवेशन इस नए ब्रांड के आधार के पर ही किए जाएंगे.’
गौरतलब है कि गत 25 जून को ही हिंदुस्तान यूनिलीवर ने यह घोषित किया था कि वह सौंदर्य के प्रति समग्र रवैया अपनाते हुए अपने लोकप्रिय ब्रांड फेयर ऐंड लवली से ‘फेयर’ शब्द हटा रही है. कंपनी ने कहा कि वह इसके लिए जरूरी नियामक मंजूरी भी लेगी.
हिंदुस्तान यूनिलीवर ब्रिटेन की बहुराष्ट्रीय कंपनी यूनिलीवर पीएलसी की एक सब्सिडियरी है. कंपनी ने कंट्रोलर जनरल ऑफ पेटेंट डिजाइन और ट्रेडमार्क के पास ‘ग्लो ऐंड लवली’ के पेटेंट डिजाइन और ट्रेडमार्क के लिए आवेदन भी किया है.
गौरतलब है कि स्किन के रंग के आधार पर किसी तरह के भेदभाव को अमानवीय माना जाता है और पश्चिमी देशों में इसके खिलाफ कई आंदोलन चलते रहे हैं.
पश्चिम में ऐसा ही एक आंदोलन चल रहा है ‘ब्लैक लाइव्स मैटर’. हाल में अमेरिका में एक अश्वेत व्यक्ति की एक श्वेत पुलिसकर्मी की ज्यादती से हुई मौत के बाद भी इस तरह का आंदोलन और जोर पकड़ रहा है.
ऐसा लगता है कि यूनिलीवर इस वजह से समय से पहले सचेत होकर नए सिरे से ब्रांडिंग में जुट गई है. हाल में अमेरिका की दिग्गज कंपनी जॉनसन ऐंड जॉनसन ने भी दुनियाभर में गोरापन बढ़ाने वाले प्रोडक्ट बेचने बंद कर दिए हैं.
फ्रांस की कंपनी L’Oreal ने भी यह निर्णय लिया है कि वह अपने सभी स्किनकेयर प्रोडक्ट से फेयर, फेयरनेस, लाइट, लाइटनेस जैसे शब्द हटाएगी.