प्रदेश में अलग-अलग जगह हो रही हिंसा और हिंदुओं पर हो रहे हमलों के विरोध में बजरंग दल ने गुरुवार को शहर में चार स्थानों पर धरना दिया और प्रदर्शन किया। इस दौरान बजरंग दल पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने हनुमान चालीसा का पाठ भी किया।
तीन जून को शहर में हुई हिंसा और उसके बाद अगले शुक्रवार 10 जून को प्रदेश व देश के कई स्थानों पर हुई हिंसा के विरोध में बजरंग दल धरना, प्रदर्शन की घोषणा की थी। गुरुवार सुबह बजरंग दल के पदाधिकारी और कार्यकर्ता कानपुर की चारों जिला इकाई के हिसाब से चार स्थानों पर एकत्र हुए। पूर्वी जिले के पदाधिकारी और कार्यकर्ता रामादेवी चौराहा, पश्चिम जिले के पालीटेक्निक चौराहा, उत्तर जिले के खलासी लाइन चौराहा, दक्षिण जिले के किदवई नगर थाना पर जुटे। पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने जमकर नारेबाजी करते हुए कहा कि इस तरह के हमले बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे। प्रदेश सरकार ने जो कार्रवाई की है, वह बहुत अच्छी है और इस तरह की हिंसा करने वालों पर और हमले किए जाने चाहिए। इस मौके पर पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने हनुमान चालीसा का पाठ भी किया। उन्होंने कहा कि हिंदुओं को कमजोर समझने की कोई भी गलती न करे।
जुमे के एक दिन पहले बजरंग दल सड़क पर उतरा है। इसे लेकर शासन-प्रशासन और खुफिया विभाग अलर्ट पर है। 3 जून को कानपुर और उसके अगले हफ्ते 10 जून को जुमे की नमाज के बाद प्रदेश के कई शहरों में हिंसा हुई थी। विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल की मंगलवार को दिल्ली में बैठक हुई। बुधवार को रणनीति बनाकर गुरुवार का दिन विरोध-प्रदर्शन के लिए फाइनल किया गया था।
बजरंग दल ने पूरे देश को कुल 44 प्रांतों में बांटा है, जिनमें लगभग एक हजार से ज्यादा जिले आते हैं। यूपी में छह प्रांतों में बांटा गया है। इसमें अवध, काशी, गोरक्ष और कानपुर प्रांत आते हैं। इन सभी प्रांतों में संगठन ने अपने 20 से 21 जिले बनाए हैं। कानपुर प्रांत में कुल 21 जिले हैं। कानपुर को आबादी और क्षेत्रफल के हिसाब से चार जिलों में बांटा गया है।