हिंदी जगत के प्रसिद्ध साहित्यकार और आलोचना के मूर्धन्य हस्ताक्षर प्रोफेसर नामवर सिंह के निधन पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गहरा शोक जताया. नीतीश ने ट्वीट किया कि हिंदी जगत के मशहूर साहित्यकार और आलोचना की विधा के शिखर पुरुष डॉ० नामवर सिंह जी का निधन दुःखद. ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दें. मुख्यमंत्री ने अपने शोक संदेश में कहा कि नामवर सिंह हिंदी जगत के प्रख्यात साहित्यकार एवं आलोचक थे. उनका ना सिर्फ हिंदी साहित्य की दुनिया में अहम योगदान रहा बल्कि शिक्षण के क्षेत्र में भी उनका खासा योगदान था.
नीतीश कुमार ने कहा कि स्व. नामवर सिंह ने विभिन्न विश्वविद्यालयों जैसे काशी विश्वविद्लाय, सागर विश्वविद्यालय, जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय में अध्यापन का कार्य किया था. उन्होंने समीक्षा, छायावाद और विचारधारा जैसी किताबें लिखीं जो बेहद चर्चित हैं. उन्हें साहित्य अकादमी सम्मान से भी नवाजा गया था. उनके निधन से ना सिर्फ हिंदी साहित्य बल्कि शिक्षण के क्षेत्र में अपूरणीय क्षति हुई है.
नामवर सिंह पिछले करीब एक महीने से बीमार थे. वह अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में भर्ती थे. नामवर सिंह का जन्म 28 जुलाई 1926 को वाराणसी के एक गांव जीयनपुर (वर्तमान में ज़िला चंदौली) में हुआ था.