हाजीपुर के सदर अस्पताल में डॉक्टर की एक बड़ी लापरवाही सामने आई है। बताया जा रहा है कि ऑपरेशन के दौरान डॉक्टर ने स्पंज शरीर के अंदर ही छोड़ दिया था। दो महीने बाद यह मामला सामने आया। बताया जा रहा है कि ऑपरेशन के कुछ दिनों बाद मरीज के पेट में हल्का दर्द उठा। जिसके बाद जांच कराई गई। इससे अंदर स्पंज होने का पता चला।
उपमुख्यमंत्री सह स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी यादव के मिशन 60 के बाद आम लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराने के दावे पर सवाल उठ रहे हैं। यहां सदर अस्पताल में महिला के ऑपरेशन में बड़ी लापरवाही का मामला सामने आया है।
ऑपरेशन के दौरान महिला के पेट में स्पंज छोड़ दिया गया। करीब तीन माह बाद यह मामला तब सामने आया जब महिला के पेट में दर्द हुआ और उसकी जांच कराई गई।
ऑपरेशन से बच्चे का हुआ था जन्म
जानकारी के अनुसार महिला लालगंज प्रखंड के चिमनापुर निवासी धर्मेंद्र कुमार की पत्नी सुलेखा कुमारी बताई गई है। बताया गया है कि महिला 14 जुलाई को प्रसव के लिए सदर अस्पताल हाजीपुर में भर्ती हुई थी। इस दौरान महिला को ऑपरेशन से बच्चा हुआ।
ऑपरेशन करने के क्रम में डॉक्टर और स्वास्थ्य कर्मियों ने लापरवाही बरती, जिसके कारण महिला के पेट में स्पंज छूट गया। ऑपरेशन के कुछ दिनों के बाद से महिला के पेट में हल्का दर्द होने लगी।
दर्द होने पर महिला ने कई जगह इसका इलाज कराया, लेकिन दर्द अधिक होने के पर महिला ने शहर के एक निजी जांच घर में अल्ट्रासाउंड एवं सीटी स्कैन कराया।
इस दौरान पता चला कि महिला के पेट में स्पंज रह गया है। इसकी जानकारी सिविल सर्जन डा. श्याम नंदन प्रसाद को दी गई। इसके बाद अस्पताल प्रबंधन ने महिला को तत्काल सदर अस्पताल में भर्ती कर लिया। फिलहाल महिला का सदर अस्पताल में इलाज चल रहा है।
इलाज के बाद भी ठीक नहीं हो रहा था दर्द
महिला के पति धर्मेंद्र कुमार ने बताया कि गत जुलाई माह में सदर अस्पताल में ऑपरेशन से बच्चा जन्म लिया था। घर ले जाने के बाद पत्नी को हमेशा पेट में दर्द होने लगा। निजी डॉक्टर से इलाज कराया लेकिन ठीक नहीं हो रहा था।
अल्ट्रासाउंड और सीटी स्कैन में पता चला कि पेट में स्पंज छूटा हुआ है। डाक्टर ने बताया कि धीरे-धीरे शरीर में इंफेक्शन हो रहा है। इसके बाद सदर अस्पताल लाया है। यहां फिलहाल भर्ती कराया गया है।
इस संबंध में सिविल सर्जन डा. श्याम नंदन प्रसाद में बताया कि ऑपरेशन के दौरान भूल वश महिला के पेट में कुछ छूट गया है। महिला को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। छोटा ऑपरेशन करने के बाद पेट में छूटे हुए अंश को निकाला जाएगा। महिला के ऑपरेशन के बाद ही कुछ कहा जा सकता है।