भाजपा से निष्कासित नेता दयाशंकर को हाईकोर्ट ने बड़ा झटका दिया है। कोर्ट ने उनकी गिरफ्तारी रोकने की अपील को ठुकरा दिया है।हाईकोर्ट ने सुनवाई के बाद ये फैसला दिया। वहीं राज्य सरकार से इस मामले पर जवाब मांगा है।इस मामले की अगली सुनवाई 8 अगस्त को होगी।बता दें बसपा सुप्रीमो मायावती को अपशब्द कहने के बाद दयाशंकर सिंह के खिलाफ लखनऊ के हजरतगंज थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई गई थी।
ये था दयाशंकर का मामला
बता दें कि बसपा सुप्रीमो मायावती की तुलना वेश्या से करने के बाद दयाशंकर सिंह अचानक सु्र्खियों में आ गए। मामला तूल पकड़ते ही भाजपा ने दयाशंकर को यूपी उपाध्यक्ष पद से हटाने के साथ ही पार्टी से भी निकाल दिया।
इसके बाद दयाशंकर के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करा दी गई और वह तबसे फरार हैं। बात यहीं खत्म नहीं हुई। दयाशंकर का बयान सामने आने के बाद बसपा कार्यकर्ताओं ने लखनऊ में जमकर बवाल काटा और दयाशंकर के परिवार की महिलाओं को अपशब्द कहे।
वहीं दयाशंकर की तलाश में कई जगह दबिश दी गई। उनके फरार होने के चलते उनके खिलाफ गैरजमानती वारंट जारी कर दिया गया। इसके बाद दयाशंकर ने कोर्ट से गिरफ्तारी पर रोक लगाने की अपील की थी।