वरिष्ठ कांग्रेस नेता व पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने स्टिंग प्रकरण में सीबीआई जांच पर कहा कि उन्हें न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है। उन्होंने कहा कि मैंने पार्टी नेतृत्व को बता दिया है कि सीबीआइ को जांच में पूरा सहयोग करूंगा।
हरीश रावत ने तल्ख लहजे में टिप्पणी की, मैं कांग्रेस की बालिका वधु हूं और अगर मेरा जेल जाना पार्टी को लाभ पहुंचाता है तो सीबीआइ मुझे हथकड़ी डालकर मेरे घर से ले जाए।
मार्च 2016 के स्टिंग प्रकरण, जिसमें सरकार बचाने के लिए लेनदेन का वीडियो सामने आया था, पर सीबीआइ ने नैनीताल हाईकोर्ट को बताया है कि वह इस मामले में रिपोर्ट दर्ज करने जा रही है। इस पर हरीश रावत ने मीडिया में अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि उन्हें न्यायपालिका पर पूरा विश्वास है क्योंकि पहले भी उन्हें न्याय मिला है।
उन्होंने राज्य की जनता से सवाल किया कि क्या उत्तराखंड में इस तरह की वैमनस्यजनित राजनीति होनी चाहिए। अगर यह परंपरा भविष्य में कैंसर का रूप ले ले तो इसके भयावह परिणाम हो सकते हैं। एक सवाल पर रावत ने कहा कि वह नहीं समझ पा रहे हैं कि उनके स्टिंग से अपराध कैसे बनता है।
कहा कि उसी व्यक्ति द्वारा किए गए दो स्टिंग में पैसों का लेनदेन दिखाई दिया है, तो क्या वे शास्त्र सम्मत हैं और मेरा स्टिंग अपराध। उन्होंने सवाल करते हुए कहा कि क्या सत्ता अहंकार, दंभ और दुरुपयोग के लिए होती है। लोकतंत्र में इस तरह की प्रवृत्ति का कोई स्थान नहीं।
उन्होंने आगे कहा कि अगर इस प्रवृत्ति से लड़ते हुए मेरे प्राण भी जाते हैं तो इससे कांग्रेस को फायदा होगा। रावत ने कहा कि तथ्य कह रहे हैं कि स्टिंग में मैंने कोई अपराध नहीं किया, क्योंकि मेरे पास कोई मोटिव ही नहीं था।