सबसे बड़ी सौगात निवेश की है। रेलवे ने हरियाणा में 20 हजार करोड़ के निवेश का फैसला किया है। नए वित्त वर्ष में 34 रेलवे स्टेशनों का अमृत भारत योजना के तहत पुनर्विकास हो जाएगा। वन स्टेशन-वन प्रोडक्ट योजना के तहत 30 रेलवे स्टेशनों पर स्टॉल खोले जाएंगे।
केंद्र सरकार के अंतरिम बजट में भले ही कोई बड़ी घोषणा नहीं की गई है लेकिन रेल बजट में हरियाणा के लिए 10 साल बाद आठ प्रतिशत की बढ़ोतरी की गई है। रेलवे इस वित्तीय वर्ष में हरियाणा के खाते में 2861 करोड़ रुपये भेजेगा, जिससे यात्री सुविधाओं में वृद्धि हो सके और स्टेशनों का स्वरूप बदल सके। 2009 से 2014 तक हरियाणा को मात्र 315 करोड़ सालाना ही मिले थे।
इसके अलावा बजट में आयुष्यमान भारत योजना का लाभ अब आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, हेल्पर और आशा वर्करों को देने का एलान किया गया है। हालांकि हरियाणा सरकार पहले से आशा वर्करों को आयुष्मान-चिरायु हरियाणा के तहत यह लाभ दे रही है। मगर इसके लिए उन्हें सालाना 1500 रुपये देने पड़ते हैं। अब उन्हें यह राशि नहीं देनी होगी।
हरियाणा में करीब 20350 आशा वर्कर हैं। वहीं, राज्य में 23486 आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, 489 मिनी आंगनबाड़ी वर्कर और 21732 आंगनबाड़ी हेल्पर हैं। इसके लिए मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने पीएम मोदी का आभार भी जताया है। रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव ने अंबाला रेल मंडल कार्यालय में आयोजित पत्रकार वार्ता में गुरुवार को ऑनलाइन रेलवे के विकास कार्यों की विस्तृत जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि हरियाणा में फाटकों को बंद करके 426 रेलवे ओवरब्रिज और अंडरब्रिज का निर्माण होगा। इनके अलावा जो भी ऐतिहासिक धरोहरों से संबंधित स्टेशन हैं, उन्हें उसी आधार पर क्षेत्र की संस्कृति और इतिहास को ध्यान में रखते हुए आकर्षक स्वरूप में तैयार किया जाएगा। इसमें सबसे पहले स्थान पर कुरुक्षेत्र रेलवे स्टेशन है। इसे महाभारत के युद्ध व गीता के उपदेश की तर्ज पर ही तैयार किया जाएगा।
पिछली बार के 2.40 लाख करोड़ के मुकाबले इस बार का रेलवे बजट 2.55 लाख करोड़ करोड़ निर्धारित किया गया है। इससे यात्री सुविधाओं में बढ़ोतरी होगी और स्टेशनों का स्वरूप विश्वस्तरीय होगा। आगामी समय में वंदे भारत की तरह अन्य ट्रेनों का भी संचालन होगा। – मंदीप सिंह भाटिया, डीआरएम, अंबाला मंडल।