उत्तर-पश्चिम भारत में सक्रिय हो रहे नए पश्चिमी विक्षोभ के चलते पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ में पांच से सात अक्टूबर तक मौसम में बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा।
मौसम विज्ञान केंद्र चंडीगढ़ ने बृहस्पतिवार को विशेष मौसम बुलेटिन जारी कर चेतावनी दी है कि इस अवधि में प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में गरज-चमक के साथ तेज हवाएं चल सकती हैं।
साथ ही भारी से अति भारी वर्षा और कुछ स्थानों पर ओलावृष्टि भी हो सकती है। मौसम विभाग के अनुसार चार अक्टूबर को यह पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होगा और इसका असर अगले तीन दिनों तक देखने को मिलेगा।
पांच से सात अक्टूबर के बीच पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ के कई हिस्सों में भारी वर्षा, आंधी-तूफान और बिजली गिरने की घटनाएं हो सकती हैं।
विशेष रूप से छह अक्टूबर को इसका असर चरम पर रहने की संभावना जताई गई है, जब अधिकतर जिलों में बारिश और ओले गिरने की चेतावनी है। मौसम विभाग ने आगाह किया है कि इस दौरान तेज हवाएं 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल सकती हैं। इससे खेतों में खड़ी फसलों और खुले में रखी सामग्री को नुकसान पहुंचने की आशंका है।
वहीं, बिजली गिरने और ओलावृष्टि से किसानों को सबसे ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत बताई गई है। बुलेटिन में कहा गया है कि पश्चिमी विक्षोभ का असर केवल पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि पश्चिमी हिमालयी क्षेत्रों से लेकर उत्तर-पश्चिम भारत के मैदानी इलाकों तक इसकी सक्रियता बनी रहेगी। इससे सामान्य जनजीवन पर भी असर पड़ सकता है।