चौ. चरण सिंह कृषि विश्वविद्यालय के अधीनस्थ कृषि विज्ञान केंद्र के मुख्य समन्वयक डॉ. रमेश चंद्र वर्मा ने कहा कि आगामी 30 जून तक बारिश जारी रहने की संभावना है। हालांकि अधिक वर्षा के कारण सब्जियों की फसल पर नकारात्मक असर पड़ सकता है।
हरियाणा में मौसम ने बुधवार सुबह एक बार फिर करवट ली। कैथल सहित कई जिलों में तेज हवाओं के बाद करीब तीन घंटे तक रुक-रुक कर झमाझम बारिश होती रही। बारिश सुबह से दोपहर 12 बजे तक जारी रही, जिसके बाद दोपहर से शाम तक आसमान में बादलों की आवाजाही बनी रही, हालांकि इसके बाद बारिश नहीं हुई।
बारिश के कारण जहां गर्मी से कुछ राहत मिली, वहीं शहर के निचले इलाकों में जलभराव हो गया, जिससे लोगों को खासी परेशानी उठानी पड़ी। बारिश के चलते सड़कें जलमग्न हो गईं और वाहन चालकों व राहगीरों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
तापमान में भी आई गिरावट
मंगलवार को अधिकतम तापमान 38 डिग्री सेल्सियस था, जो गिरकर 33.2 डिग्री तक पहुंच गया। न्यूनतम तापमान 28.1 से घटकर 26 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम में आए इस बदलाव से खेतों में धान की रोपाई के कार्य को गति मिली और किसानों के चेहरे खिल उठे।
24 घंटे में जिले में कुल 37 एमएम बारिश
मौसम विभाग के अनुसार, जिले में बीते 24 घंटे में कुल 37 एमएम बारिश रिकॉर्ड की गई, जिसकी औसत मात्रा 5.2 एमएम रही। खंडवार बारिश इस प्रकार रही:
कैथल: 15 एमएम
कलायत: 01 एमएम
सीवन: 03 एमएम
गुहला-चीका: 06 एमएम
राजौंद: 04 एमएम
ढांड: 05 एमएम
पूंडरी: 03 एमएम
चीका में सबसे अधिक बारिश, शहर के कई इलाकों में जलभराव
गुहला-चीका खंड में सबसे अधिक वर्षा दर्ज की गई। कैथल शहर के माता गेट, पार्क रोड, हिंद सिनेमा चौक, कमेटी चौक, करनाल रोड, अंबाला रोड और अमरगढ़ गामड़ी सहित कई बाहरी और निचले क्षेत्रों में पानी भर गया, जिससे लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
अधिकारी के अनुसार
चौ. चरण सिंह कृषि विश्वविद्यालय के अधीनस्थ कृषि विज्ञान केंद्र के मुख्य समन्वयक डॉ. रमेश चंद्र वर्मा ने कहा कि आगामी 30 जून तक बारिश जारी रहने की संभावना है। हालांकि अधिक वर्षा के कारण सब्जियों की फसल पर नकारात्मक असर पड़ सकता है।