हरियाणा के रेवाड़ी में 19 वर्षीय छात्रा से सामूहिक दुष्कर्म की घटना में पुलिस अभी तक सभी आरोपियों को गिरफ्तार भी नहीं कर पाई है, इस बीच जिले की एक महिला के साथ भी इसी तरह की घटना सामने आई है। महिला का आरोप है कि दो लोगों ने अपहरण कर उसके साथ खेत में दरिंदगी की गई है। वहीं, सोमवार को महिला की शिकायत पर जींद पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर ली है। सामूहिक दुष्कर्म की शिकार पीड़िता विधवा बताई जा रही है।
वहीं, छात्रा से सामूहिक दुष्कर्म मामले में पुलिस बाकी बचे आरोपियों को गिरफ्तार करने में जुटी है। इस मामले में एसपी राजेश दुग्गल का तबादला करने के बाद राज्य सरकार की ने अब एसएमओ (सीनियर मेडिकल आफिसर) डा. सुदर्शन पंवार को निलंबित कर दिया है। उनके खिलाफ नियम 7 के तहत कार्रवाई की गई है। स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव आरआर जोवल ने उनके निलंबन के आदेश जारी किए हैं। हालांकि फिलहाल जोवल ने अपने आदेश में निलंबन के कारण नहीं बताए हैं, लेकिन यह तय है कि यह गाज सामूहिक दुष्कर्म के मामले में हुई लापरवाही की वजह से ही गिरी है। पीड़िता की मां ने एक दिन पहले ही यह आरोप लगाया था कि अस्पताल प्रशासन उन्हें ही बेटी से मिलने नहीं दे रहा है। इसके अलावा पीड़िता की मां ने अस्पताल को भी बूचड़खाना करार दे दिया था। इसके बाद डैमेज कंट्रोल के लिए एक के बाद एक कई वरिष्ठ अधिकारी अस्पताल पहुंचे थे। सोमवार को को पीड़िता की मां ने किसी तरह का आरोप नहीं लगाया। हालांकि आरोपों की सही जानकारी चार्जशीट जारी होने के बाद ही लगेगी। सिविल सर्जन डा. कृष्ण कुमार ने जागरण से बातचीत में कहा कि अभी एसएमओ का दायित्व किसी को नहीं दिया गया है। उन्होंने सिर्फ इतना ही कहा कि उनके पास आदेश पहुंच चुके हैं।