अलवर में राष्ट्रीय स्तर की एथलेटिक्स स्पर्धा में 107 वर्षीय वयोवृद्ध महिला खिलाड़ी ने तीन स्वर्ण पदक जीते हैं। दो बेटियां और दोहती भी 5 स्वर्ण समेत 9 पदक जीत लाईं हैं।
हरियाणा के चरखी दादरी की 107 वर्षीय वयोवृद्ध महिला खिलाड़ी दादी रामबाई का परिवार फिर से खेल मैदान में छा गया है। इस परिवार की तीन पीढ़ी की चार महिलाएं राजस्थान के अलवर में आयोजित राष्ट्रीय एथलेटिक्स चैंपियनशिप में आठ स्वर्ण समेत 12 पदक जीतने में कामयाब रहीं। इनमें दादी रामबाई ने कई स्पर्धाओं में मंगलवार को तीन स्वर्ण, उनकी बड़ी बेटी सुंदर देवी ने दो स्वर्ण और एक रजत पदक, छोटी बेटी संतरा देवी ने एक स्वर्ण, एक रजत और एक कांस्य पदक जीता। वहीं, रामबाई की दोहती शर्मिला ने दो स्वर्ण और एक रजत पदक जीता।
शर्मिला ने बताया कि 19वीं राष्ट्रीय एथलेटिक्स चैंपियनशिप राजस्थान में हो रही है। इसमें रामबाई के परिवार से चार महिलाओं ने अलग-अलग आयुवर्ग में भाग लिया। 107 वर्षीय रामबाई ने 100 मीटर दौड़, डिस्कस थ्रो और शॉटपुट में स्वर्ण पदक जीते। उनकी 70 वर्षीय बेटी सुंदर देवी ने तीन किलोमीटर की पैदल चाल और शॉटपुट स्पर्धा में स्वर्ण पदक जबकि डिस्कस थ्रो में रजत पदक पाया।
रामबाई की 65 वर्षीय छोटी बेटी संतरा देवी ने 3 किलोमीटर चाल में स्वर्ण, शॉटपुट में कांस्य पदक और डिस्कस थ्रो में रजत पदक जीता है। वहीं, रामबाई की दोहती 40 वर्षीय शर्मिला ने भी तीन स्पर्धाओं में से दो में स्वर्ण और एक में रजत पदक जीता। शर्मिला ने तीन किलोमीटर पैदल चालक और डिस्कस थ्रो में स्वर्ण जबकि शॉटपुट में रजत पदक जीता है।
रामबाई से ही बेटियों व दोहती को करवाया सम्मानित
इस चैंपियनशिप के आयोजकों ने पदक विजेता बहनों संतरा देवी और सुंदर देवी समेत शर्मिला को रामबाई के हाथों सम्मानित करवाने का आग्रह किया। उन्होंने इसे सहर्ष स्वीकार किया। रामबाई ने कहा कि उन्हें दोनों बेटियों और दोहती को सम्मानित करके बेहद अच्छा लगा। खुद से ज्यादा उनके पदक जीतने की खुशी हुई।