अक्तूबर का महीना पिछले चार सालों में सबसे सूखा दर्ज किया गया। बीते चार साल की तुलना इस बार अक्तूबर में सिर्फ 0.5 एमएम बारिश दर्ज की गई है, जो सामान्य के मुकाबले करीब 95 फीसदी कम है। आमतौर पर अक्तूबर में 9.6 एमएम तक बारिश दर्ज की जाती रही है। वहीं, बारिश नहीं होने का सीधा असर तापमान पर पड़ा है। 13 सालों में रात का तापमान सर्वाधिक दर्ज किया गया है। अंबाला में रात का औसत तापमान 21.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इससे पहले 13 सालों में इतना तापमान दर्ज नहीं किया गया।
मौसम विभाग के आंकड़ों के मुताबिक 2023 में हरियाणा में अक्तूबर के महीने में औसत 10 एमएम, 2022 में 35.9 एमएम और 2021 में 25.1 एमएम बारिश दर्ज की गई थी। इससे पहले 2020 में भी पूरा अक्तूबर सूखा ही बीता था। चंडीगढ़ मौसम विभाग के निदेशक सुरेंद्र पाल ने बताया, अक्तूबर व नवंबर में बारिश कम होती है, मगर इस बार पूरा अक्तूबर ही शुष्क बीता। अक्तूबर में पश्चिमी विक्षोभ की वजह से बारिश होती है। इस बार पश्चिमी विक्षोभ तो आए मगर वह ऊपर से ही निकल गए। एंटी साइक्लोन की गतिविधियां भी इस दफा निष्क्रिय रही हैं। इसकी वजह से बारिश नहीं हो पाई। मौसमी गतिविधियों की कमी की वजह से ही तापमान भी ज्यादा दर्ज किए गए हैं।
पूरे अक्तूबर राते गर्म रहीं
मौसम विभाग के मुताबिक करनाल में औसत न्यूनतम तापमान 19.4 डिग्री दर्ज किया गया है। इससे पहले 2013 में 19.4 डिग्री दर्ज किया गया था। यानी 11 साल बाद करनाल में भी रात का तापमान सर्वाधिक दर्ज किया गया है। हिसार में औसत न्यूनतम तापमान 18.7 डिग्री दर्ज किया गया। इससे पहले हिसार में 2016 में 18.9 दर्ज किया गया था। अंबाला में औसत न्यूनतम तापमान 21.5 डिग्री दर्ज किया गया, जो बीते 13 सालों में सबसे ज्यादा है।
नवंबर भी गर्म बीतेगा
मौसम विभाग के निदेशक सुरेंद्र पाल ने बताया, अगले 20 दिन कोई भी मौसमी गतिविधियां नहीं हैं। यानी 20 नवंबर तक ऐसा ही मौसम रहने वाला है। दिन का तापमान सामान्य से ज्यादा रहने वाला है। रात में भी ज्यादा असर देखने को नहीं मिलेगा। नवंबर के आखिरी सप्ताह के दौरान तापमान में थोड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है। एक दो पश्चिमी विक्षोभ आएंगे। अब यह देखना होगा कि वह कितने सक्रिय रहते हैं।