देश में संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए केंद्र सरकार सतर्क हो गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कोविड-19 की वर्तमान स्थिति की समीक्षा और वैक्सीन की रणनीति को लेकर मुख्यमंत्रियों और केंद्र शासित प्रदेशों के अन्य प्रतिनिधियों संग डिजिटल माध्यम से बैठक की।
इस बैठक में गृह मंत्री अमित शाह भी मौजूद रहे। बैठक में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने केंद्र सरकार से 1000 और आईसीयू बेड की मांग की। वहीं, लोगों को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि भारत कोरोना मृत्यु दर और रिकवरी रेट के मामले में दुनियाभर में बेहतर स्थिति में है।
प्रधानमंत्री ने कहा, हमें वायरस के फैलने को कम करने के अपने प्रयासों में तेजी लाने की जरूरत है। परीक्षण, पुष्टि, संपर्क ट्रेसिंग और डाटा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जानी चाहिए। हमें सकारात्मकता दर को कम से कम 5 फीसदी तक लाने की जरूरत है।
पीएम मोदी ने कहा, चौथे चरण में जब रिकवरी दर में वृद्धि हुई, तो लोगों ने सोचा कि वायरस कमजोर हो गया है और अब प्रभावी नहीं है। इससे इस स्तर पर लापरवाही हुई है।
अपने संबोधन में पीएम मोदी ने कहा, पहले चरण में अपार भय, दूसरे चरण में बहुत संदेह और सामाजिक अलगाव। लेकिन तीसरे चरण में, लोगों ने अब सही कदम उठाना और समझना शुरू कर दिया है। लोग कोरोना के बारे में अधिक गंभीर और सतर्क हो गए।
PM नरेंद्र मोदी ने कहा, कोरोना के खिलाफ लड़ाई में पीएम-केयर्स भी अपना योगदान दे रहा है। इसकी मदद से अस्पतालों में बेहतर इलाज के लिए हजारों नए वेंटिलेटर उपलब्ध कराए जा रहे हैं। इसके लिए 2,000 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं।