उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने कहा कि देश में बढ़ रहे दुष्कर्म के मामलों के लिए नए कानूनों को लाना समस्या का समाधान नहीं है। निर्भया कांड के बाद भी कानून लाया गया, लेकिन इसके बाद भी समस्या का समाधान नहीं हुआ।
उपराष्ट्रपति ने पुणे में एक कार्यक्रम संबोधित करते हुए कहा कि भारतीय परंपरा में हम महिलाओं को मां और बहन के रूप में मानते हैं, लेकिन हाल के दिनों में जो कुछ हुआ है, वह वास्तव में हम सभी के लिए शर्म और चुनौती वाली बात है।
नायडू ने कहा कि नए कानून को लाना समस्या का समाधान नहीं है। मैं कोई नया कानून या बिल लाने के खिलाफ नहीं हूं। उन्होंने कहा कि हम निर्भया कांड के बाद बिल लेकर आए। क्या हुआ? क्या समस्या हल हो गई है?
उपराष्ट्रपति ने कहा कि भारत बदनाम हो रहा है। किसी ने कहा है कि भारत ये (नेताओं द्वारा दिए गए बयान) बन रहा है। मैं इन सब चीजों में उलझना नहीं चाहता। उन्होंने कहा कि हमें कभी भी अपने देश को बदनाम नहीं करना चाहिए और अत्याचार के ऐसे मामलों में राजनीति में नहीं उतरना चाहिए।