ईरान की राजधानी तेहरान में सोमवार को जनरल कासिम सुलेमानी को हजारों नम आखों ने विदाई दी. हजारों लोगों का हुजूम तेहरान की सड़कों पर उमड़ पड़ा था. इस दौरान लोगों में गम था और गुस्सा था. कासिम सुलेमानी के जनाजे में उमड़ी भीड़ ईरान की सरकार से बदले की मांग कर रही थी.
ईरान की सत्ता में दूसरे सबसे शक्तिशाली जनरल रहे कासिम सुलेमानी को विदाई देते हुए ईरान के सर्वोच्च धार्मिक नेता अयातुल्ला अली खुमैनी फूट-फूट कर रो पड़े. समाचार एजेंसी एपी की ओर से जारी वीडियो में खुमैनी रोते हुए दिख रहे हैं. तेहरान यूनिवर्सिटी के कैंपस में आयोजित एक कार्यक्रम में जनरल कासिम को अंतिम विदाई देने भारी भीड़ उमड़ी.
इधर ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी ने अपने अमेरिकी समकक्ष डोनाल्ड ट्रंप को चेतावनी भरे लहजे में कहा है कि अमेरिका को किसी भी हालत में ईरानी राष्ट्र को धमकी न दे. हसन रूहानी का ये बयान तब आया है जब राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा है कि उन्होंने ईरान के 52 ठिकानों की पहचान की है और अगर ईरान अमेरिका पर हमला करता है तो यूएस सेना बेहद बर्बर तरीके से इन ठिकानों पर अटैक कर इसका जवाब देगी.
हसन रूहानी ने एक ट्वीट कर लिखा, “जो 52 नंबर का जिक्र कर रहे हैं उन्हें 290 नंबर भी याद रखना चाहि. ईरानी राष्ट्र को कभी धमकी न दें.’ ट्रंप ने ईरान के 52 ठिकानों पर निशाने की बात कही थी इसके बाद रूहानी ने ट्रंप को जुलाई 1988 की घटना याद दिलाई जब अमेरिकी वॉरशिप ने ईरानी विमान पर हमला किया था. इस हमले में 290 लोग मारे गए थे.
इधर ईरान और अमेरिका के बीच बढ़ते तनाव पर संयुक्त राष्ट्र संघ ने भी चिंता जाहिर की है. संयुक्त राष्ट्र महासचिव अंतोनियो गुतेरेस ने कहा अमेरिका और ईरान से संयम बरतने की अपील की है. गुतेरेस ने न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में कहा, ‘नव वर्ष का आगाज हमारी दुनिया में खलबली के साथ हुआ है’ उन्होंने कहा कि हम खतरनाक दौर से गुजर रहे हैं. इस सदी में तनाव उच्चतम स्तर पर हैं और यह अशांति बढ़ती जा रही है.