ईरान से जारी तनातनी के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के तेवर नरम पड़ते दिख रहे हैं. राष्ट्रपति ट्रंप ने शनिवार को कहा कि वे हमेशा ईरानी लोगों के साथ खड़े हैं और उनकी नाराजगी पर गौर कर रहे हैं, जब से ईरानी सरकार ने एक विमान को मार गिराने का दावा किया है. अभी हाल में तेहरान एयरपोर्ट पर एक विमान हादसा हुआ था जिसमें 176 लोग मारे गए थे.
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक ट्वीट में लिखा, ‘ईरान के बहादुर, लंबे समय से पीड़ित लोगों के लिए: मैं अपनी प्रेसीडेंसी की शुरुआत से आपके साथ खड़ा हूं और मेरा प्रशासन आपके साथ खड़ा रहेगा’.
ट्रंप ने ट्वीट में लिखा है, ‘हम आपके विरोध पर बारीकी से नजर रख रहे हैं और आपके साहस से प्रेरित हैं.’ राष्ट्रपति ट्रंप ने फारसी में भी यही बात ट्वीट की.
राष्ट्रपति ट्रंप ने एक और ट्वीट किया और लिखा, ‘मानवाधिकार संगठनों को ईरानी लोगों के विरोध प्रदर्शनों की निगरानी और रिपोर्ट करने की इजाजत ईरान की सरकार को देनी चाहिए. शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारियों की अब और हत्याएं नहीं हो सकती हैं, न ही इंटरनेट बंद किया जाना चाहिए. दुनिया सब देख रही है.’
ईरान ने शनिवार को माना कि उसने ही तेहरान के बाहरी इलाके में यूक्रेन के विमान को भूलवश मार गिराया था. ईरान ने इसे ‘मानवीय भूल’ कहा है.
विमान में 176 लोग सवार थे. ईरान ने कहा कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा. तेहरान के प्रेस टीवी के मुताबिक, एक बयान में ईरान ने कहा कि बुधवार को दुर्घटना के समय सुरक्षा बलों को हाई अलर्ट पर रखा गया था.
दावा किया गया कि अमेरिका का बोइंग 737-800 विमान आईआरजीसी मिलिटरी सेंटर के करीब उड़ान भर रहा था. यूक्रेनी विमान भी उसके करीब उड़ान भर रहा था, गलती से उसे अमेरिकी विमान समझ लिया गया और मार गिराया गया.
फारसी में अपने ट्वीट से पहले अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि आने वाले दिनों में ईरान अमेरिका के चार दूतावासों पर हमला कर सकता है.
फॉक्स न्यूज को दिए इंटरव्यू में ईरान के संभावित हमलों के बारे में पूछने पर ट्रंप ने कहा, हम आपको बताएंगे कि शायद यह बगदाद में दूतावास पर होना था.
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, ट्रंप ने कहा-मैं इसका खुलासा कर सकता हूं कि मैं मानता हूं कि ये चार दूतावास हैं. अमेरिका ने हाल ही में बगदाद हवाईअड्डे पर हवाई हमला कर ईरान की इस्लामिक रिवोल्यूशन गॉर्ड्स कॉर्प्स के कुद्स फोर्स के पूर्व कमांडर कासिम सुलेमानी की हत्या कर दी थी.