कैंसर पीड़ित गद्दीनशीन महंत रमेशदास के बीती 25 नवम्बर को निधन के बाद सागरिया पट्टी के महंत ज्ञानदास के प्रस्ताव पर हनुमानगढ़ी के पंचों द्वारा नए गद्दीनशीन का चयन होना था। वहीं देखा जाए तो चारों पट्टी दो गुट में बंट गईं और दूसरे गुट ने सागरिया पट्टी से ही एक दूसरे संत का नाम गद्दीनशीन के लिए प्रस्तावित कर दिया। इसके साथ ही बता दें कि हनुमानगढ़ी की व्यवस्था चार पट्टी हरिद्वारी, सागरिया, उज्जैनिया और बसंतिया में बंटी है।
बजरंगबली की प्रधानतम पीठ हनुमानगढ़ी में नए गद्दीनशीन के लिए दो गुटों में घमासान शुरू हो गया है। जानकारी के अनुसार बता दें कि सुरक्षा को लेकर जहां अर्धसैनिक बल के साथ पुलिस व पीएसी तैनात हैं। वहीं 9 दिसम्बर को प्रशासन की देखरेख में गद्दीनशीन का चयन किया जाएगा। यहां बता दें कि गद्दीनशीन की दौड़ में संत प्रेमदास और अजीतदास के समर्थकों में तनाव बना हुआ है।
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यहां बता दें कि बारी-बारी से हर पट्टी से गद्दीनशीन महंत के चयन की परम्परा है। बता दें कि गद्दीनशीन महंत रमेश दास के निधन के बाद इस बार सागरिया पट्टी से गद्दीनशीन बनाए जाने की परम्परा पूरी की जानी है। यहां बता दें कि इसी परम्परा के अनुपालन में शुक्रवार को हुई बैठक में सागरिया पट्टी के महंत ज्ञानदास ने गद्दीनशीन के लिए अजीतदास का नाम प्रस्तावित किया। इसको लेकर हनुमानगढ़ी के कुछ संतों में मतभेद की स्थिति उत्पन्न हो गई है।