ध्यानचंद पुरस्कार से सम्मानित पूर्व फुटबॉलर सैयद शाहिद हकीम कोविड-19 जांच में पॉजिटिव आए हैं. वह इस समय हैदराबाद स्थित क्वारंटीन सेंटर में हैं. भारत की 1960 रोम ओलंपिक टीम का हिस्सा रहे 81 साल के हकीम ने बुधवार को इसकी पुष्टि की.
उन्होंने पीटीआई से कहा, ‘हां, मैं छह दिन पहले कोविड-19 की जांच में पॉजिटिव आया और इस समय मैं हैदराबाद में एक होटल में हूं, जिसे राज्य सरकार ने पृथकवास केंद्र में तब्दील किया हुआ है.’
हकीम ने कहा, ‘पिछले दो दिनों से मैं अपने स्वास्थ्य में थोड़ा सुधार देख रहा हूं और उम्मीद करता हूं कि जल्द ही जांच में नेगेटिव आऊं और कुछ दिनों में घर वापस चला जाऊं.’ वह कर्नाटक के गुलबर्गा के दौरे के बाद बीमार पड़ गए.
उन्होंने कहा, ‘मैं गुलबर्गा गया था, जिसके बाद मुझे बुखार आ गया और मैं बुखार की दवाई ले रहा था. बाद में मेरी छाती का एक्स-रे कराया गया और मुझे बताया गया कि मुझे निमोनिया हो गया है.’
उन्होंने कहा, ‘बाद में, मुझे कोविड-19 परीक्षण कराने की सलाह दी गई. इसका नतीजा पॉजिटिव आया. यह छह दिन पहले ही हुआ.’
हकीम को 2017 में ‘लाइफ टाइम अचीवमेंट’ के लिए ध्यानचंद पुरस्कार से नवाजा गया था. फुटबॉल करियर समाप्त होने के बाद हकीम ने 1989 तक अंतरराष्ट्रीय मैचों में रेफरिंग की, जिसमें 1988 एएफसी एशिया कप भी शामिल है.
इसके बाद उन्होंने अपने पिता और भारत के महान फुटबॉलर कोच सैयद अब्दुल रहीम के नक्शेकदम पर चलते हुए कोचिंग करना शुरू किया. वह भारतीय खेल प्राधिकरण के मुख्य प्रोजेक्ट निदेशक भी रहे.