अजवाइन का भारतीय घरों में होना बहुत आम है। सुगंधित बीजों का उपयोग कई देसी पेय पदार्थों, करी और यहां तक कि परांठे जैसे व्यंजनों में स्वाद जोड़ने के लिए किया जाता है। इसके अनेकों स्वास्थ्य लाभ को देखते हुए आयुर्वेद में भी इसका सम्मान किया जाता है। लेकिन ऐसे लोगों की मात्रा बेहद कम है जो अजवायन के पत्तों के बारे में जानते हैं।
इस पौधे को ‘इंडियन बोरेज’ के नाम से भी जाना जाता है, जिसे कभी-कभी अजवाइन का पौधा भी कहा जाता है। इसकी पत्तियां ही इसकी असली पहचान हैं। हल्के हरे रंग की और मोटी, चौड़ी और गूदेदार इसकी पत्तियों में खुशबू की बहुत होता है। उनके ऊपर बहुत महीन और मुलायम रोएं की एक परत होती है। इस पौधे को आप किसी भी नर्सरी से खरीद सकते हैं। पूरी तरह से अलग होने के बावजूद इन पत्तियों को अजवाईन के पत्ते के रूप में जाना जाता है, क्योंकि इनमें कैरम के बीज के समान खुशबू होती है।
1. सर्दी और खांसी के इलाज में कारगर:
लगातार सर्दी और खांसी को दूर करने के लिए अजवाईन के पत्तों को पानी में उबालकर गर्म काढ़ा बनाया जा सकता है। अगर आपको ज्यादा सर्दी और खांसी है, तो 10 या 12 अजवायन के पत्ते लें, उन्हें पानी से साफ करें और फिर उन्हें एक गिलास पानी में डालकर धीमी आंच पर उबलने के लिए रख दें। काढ़े को तब तक उबलने दें, जब तक कि पानी अपनी मूल मात्रा का लगभग तीन-चौथाई न रह जाए। इसे आंच से उतार लें और थोड़ा ठंडा होने दें और सर्दी और खांसी से राहत पाने के लिए इसे पिएं। आप चाहें तो इसमें थोड़ा शहद भी मिला लें।
2. पकौड़े बनाने के लिए कर सकते हैं इस्तेमाल:
अजवायन के पत्तों को मसालेदार बेसन (बेसन) के घोल में मिलाया जा सकता है और फिर सरसों के तेल में तलकर इसका स्वादिष्ट पकौड़ा बनाया जा सकता है। इन पकौड़ों को केचप या किसी अन्य डिप के साथ गर्मागर्म खाया जा सकता है।
3. चटनी और डिप बनाया जा सकता है:
अजवायन के पत्तों को भूनकर पीसकर एक स्वादिष्ट चटनी या डिप बनाया जा सकता है। इसमें मलाईदार दही में भी मिला सकते हैं। वैकल्पिक रूप से, अपनी पसंद के कुछ मसालों के साथ ग्राइंडर में डाल कर ताजी अजवाइन की पत्तियों की चटनी बना लें। इस चटनी का आनंद किसी भी पकौड़े, चिप्स, कुरकुरे या पराठों के साथ लिया जा सकता है।
4. फ्रेश ग्रीन जूस:
आप अपनी पसंद के किसी भी फल या सब्जी के जूस में अजवायन की पत्तियां मिला सकते हैं। इसके अलावा किसी भी हरे पत्ते के जूस जैसे पालक या फिर करेले के जूस में मिलाकर भी इसका सेवन किया जा सकता है। कहा भी जाता है कि अजवाइन के पत्तों में पेट की समस्याओं को दूर करने और भूख और पाचन में सुधार सहित कई स्वास्थ्य लाभ होते हैं।