केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने स्वामी विवेकानंद को उनकी पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि दी. अमित शाह ने कहा कि स्वामी विवेकानंद एक राष्ट्रभक्त संत, महान विचारक और असाधारण वक्ता थे, जिन्होंने न सिर्फ भारत में राष्ट्रवाद की भावना को बल दिया बल्कि संपूर्ण विश्व को भारतीय संस्कृति के गुणों से पल्लवित किया.
केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि स्वामी विवेकानंद की शिक्षा, सार्वभौमिक भाईचारे का सिद्धांत और आत्म-जागृति के विचार आज भी उतने ही प्रासंगिक हैं, जितने सौ साल पहले थे.
केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि स्वामी विवेकानंद को युवाओं की क्षमता और परिवर्तनकारी शक्ति पर बहुत विश्वास था. उनका मानना था कि युवा वर्ग ही आने वाले समय में राष्ट्र के विकास को सही दिशा और शक्ति देगा.
बता दें कि स्वामी विवेकानंद की जिंदगी महज 39 साल की थी. लेकिन इतने कम समय में ही उन्होंने भारतीय दर्शन और सनातन परंपरा का डंका पूरी दुनिया में बजा दिया था.
स्वामी विवेकानंद के जन्मदिवस 12 जनवरी को देश में युवा दिवस के रूप में मनाया जाता है. स्वामी विवेकानंद का जन्म 12 जनवरी 1897 को कोलकाता में हुआ था.
जबकि 1902 में पश्चिम बंगाल के बेलूर मठ में उनका निधन हो गया था. स्वामी विवेकानंद ने अपने गुरु रामकृष्ण परमहंस के नाम पर मठ की स्थापना की थी. ये मठ आज भी पूरे भारत में योग और शिक्षा का प्रचार-प्रसार करता है.