उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर के बाहर से बरामद विस्फोटक से भरी स्कॉर्पियो के कथित मालिक मनसुख हिरेन की मौत के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। बता दें कि एंटीलिया के बाहर विस्फोटक वाली स्कॉर्पियो मिलने के 2 दिन बाद मनसुख और उनके भाई विनोद के बीच जो बातचीत हुई थी उसकी रिकॉर्डिंग सामने आई है।
बातचीत के मुताबिक सचिन वाजे ने मनसुख से कहा था कि वह किसी भी हाल में पुलिस के सामने उसका नाम न लें और न ही यह खुलासा करे कि वे खुद स्कॉर्पियो चलाते हैं। वाजे ने हिरेन को भरोसा दिया था कि एंटीलिया मामले की वही जांच कर रहा है और सबकुछ संभाल लेगा।
मनसुख और उसके भाई के बीच जो बात हुई थी उसकी रिकॉर्डिंग महाराष्ट्र एटीएस के पास है। बातचीत से साफ पता चलता है कि विनोद चाहते थे कि मनसुख पूछताछ के दौरान वाजे का नाम ले लेकिन मनसुख ने ऐसा नहीं किया क्योंकि वाजे ने ऐसा करने से मना किया था।
रिकॉर्डिंग में जब विनोद पूछ रहे हैं- क्या नींद हो गई, क्या हुआ? इस पर मनसुख बोलते है कि अब नहीं जाना पड़ेगा। फिर विनोद पूछते हैं क्या बताते थे, यह बताया कि गाड़ी को वाजे भी चलाते थे तब मनसुख ने कहा-नहीं बताया।
फिर विनोद पूछते हैं-क्यो नहीं लिखवाया इस पर मनसुख कहते हैं- साहब ( सचिन वाजे) चाहते थे कि गाड़ी चलाने की जानकारी किसी को मत बताना इसलिए मैने स्टेटमेंट में नहीं बताया।
इस बातचीत में आगे विनोद कहते हैं-इसपर कोई गड़बड़ी तो नहीं होगी तब मनसुख जवाब देते हैं- कुछ नहीं होगा, साहब के पास ही पूरा मामला है। जिसके बाद विनोद कहते हैं-एटीएस वाले भी जानकारी निकालेंगे।
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