सोने-चांदी के भाव में तेजी से ज्वेलरी बाजार के साथ खरीदारों की रंगत फीकी होने लगी है। सोमवार को दिल्ली में 24 कैरेट सोना प्रति 10 ग्राम 85 हजार 500 रुपये तक के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचा। वहीं, चांदी भी एक लाख रुपये के रिकॉर्ड स्तर के छूने के करीब है। वह 98,500 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गया है।
सोने के दाम में लगातार हो रही बढ़ोतरी
चांदी के दाम में दो हजार रुपये प्रति किलो की तेजी है, 29 जनवरी को यह 96 हजार 500 रुपये था। जबकि, सोने के दाम में एक सप्ताह में प्रति 10 ग्राम करीब 2,500 रुपये की तेजी आई है। 29 जनवरी को दिल्ली में 24 कैरेट सोना प्रति 10 ग्राम 83 हजार रुपये था। अंतरराष्ट्रीय कारणों से दामों में बढ़ोत्तरी का यह सिलसिला आने वाले दिनों में भी जारी रहने का अंदेशा है, इससे ज्वेलरी बाजार संशकित है।
फिलवक्त बाजार से जुड़े लोगों के अनुसार, सोने-चांदी के दामों में रिकॉर्ड तेजी से बुलियन और गहनों की मांग में असर देखा जा रहा है। इसमें 20 से 30 प्रतिशत की कमी आई है। जिसमें विवाह संबंधित मांग प्रमुख है।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर टैरिफ युद्ध से बढ़ी महंगाई
मामले के जानकारों के अनुसार, अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा चीन, कनाडा व मैक्सिको से आयात होने वाली कई वस्तुओं के आयात पर ज्यादा शुल्क लगाने की घोषणा के बाद से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बाजारों में अस्थिरता का माहौल है। कनाडा द्वारा भी पलटवार के रूप में अमेरिका के उत्पादों के आयात शुल्क में बढ़ोत्तरी के साथ अंतरराष्ट्रीय स्तर पर टैरिफ युद्ध शुरू होने का अंदेशा गहरा रहा है।
डॉलर के मुकाबले रुपये की गिरावट
साथ ही डॉलर के मुकाबले रुपये की गिरावट का भी असर सोने-चांदी के दाम पर है, बहुमूल्य धातुएं आयात होती है। ऑल इंडिया ज्वेलर्स एंड गोल्डस्मिथ फेडरेशन (एआइजेजीएफ) के राष्ट्रीय अध्यक्ष पंकज अरोरा के अनुसार, ट्रंप ने कई और देशों पर भी अधिक आयात शुल्क लगाने की चेतावनी दी है। जिससे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बाजार में अस्थिरता का माहौल है। ऐसी जब भी स्थिति उत्पन्न होती है तब सोने-चांदी में निवेश को मुफीद समझा जाता है।
सरकारों के साथ निवेशकों का भी रूझान उधर बढ़ जाता है। अभी वहीं स्थिति है। इस बार बिटक्वाइन में भी निवेश का रूझान है। वह बताते हैं कि पूर्व में ऐसी स्थिति रूस-यूक्रेन युद्ध के वक्त भी देखने को मिला था।
शादियों पर इस बढ़ोत्तरी का आंशिक असर
ऑल इंडिया ज्वेलर्स एसोसिएशन के दिल्ली संरक्षक व कूचा महाजनी के प्रमुख ज्वेलर्स योगेश सिंघल के अनुसार, सोने-चांदी के दाम में तेजी है तो लाजमी है कि इसके मांग पर असर पड़ेगा। खासकर तब विवाह का मौसम चल रहा हो। विवाह का यह मौसम जून तक है। लोग पहले से ज्वेलरी का आर्डर देते हैं। ऐसे में इस माह की शादियों पर तो इस बढ़ोत्तरी का आंशिक असर है, लेकिन अगले माह और बढ़ोत्तरी का व्यापक असर है।
बाजार में अचानक ग्राहकों की कमी आई
फिलवक्त लोगों ने आर्डर देना काफी कम कर दिया है। वह सोने-चांदी के दाम में गिरावट के इंतजार में हैं। दरीबा ज्वेलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष तरुण गुप्ता के अनुसार, दो दिनों से बाजार में अचानक ग्राहकों की कमी आई है। वहीं जिन्हें खरीदारी करना पड़ रहा है। वह कम वजन के ज्वेलरी पर जोर दे रहे हैं।