विक्रमादित्य मोटवानी की फिल्में रूहानी अपील के लिए होती हैं. उड़ान, लुटेरा और भावेश जोशी जैसी फिल्में बना चुके मोटवानी का कहना हैं

कि बॉलीवुड में अब सिनेमा के क्षेत्र में राइटिंग को बड़ी पहचान मिलने लगी है और किसी भी फिल्म या वेबसीरीज़ की कहानी अच्छी नहीं है तो उसे दर्शकों द्वारा अपनाया भी नहीं जाएगा. 2018 में बॉलीवुड ने इस मामले में बड़े कदम आगे बढ़ाए है. जहां शाहरुख खान, सलमान खान और आमिर खान जैसे बड़े सितारों की फिल्में स्टार पावर के बावजूद ध्वस्त हो गईं थी और ‘स्त्री’, ‘अंधाधुन’ और ‘बधाई हो’ जैसी कहानियों ने पिछले साल बॉक्स ऑफिस पर अपनी कहानी के दम पर सुपरहिट होकर दिखाया. विक्रमादित्य मोटवानी ने अनुराग कश्यप के साथ मिलकर सेक्रेड गेम्स सीज़न 1 को डायरेक्ट किया था. मोटवानी ने बातचीत में बताया कि ‘फिल्ममेकर्स के तौर पर हम सीमित थे क्योंकि हम सिर्फ सिंगल स्क्रीन्स के लिए ही फिल्मों का निर्माण कर सकते थे और फिर इसके बाद मल्टीप्लेक्स का कॉन्सेप्ट आया था, इसके बाद भी हमें ढाई से तीन घंटों में अपनी फिल्म की कहानी कहनी थी लेकिन अब हम किसी फिल्म को स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म तक ले जा सकते हैं और इस क्रिएटिव स्पेस में सभी ट्रेंड्स ने यह साबित कर दिया है कि अगर किसी प्रोजेक्ट में कंटेंट की कमी पाई जाती है तो आपका सफल होना मुश्किल ही है फिर आपके पास कितना ही बड़ा स्टार चाहे क्यों ना हो.
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