निकिता तोमर हत्याकांड की चश्मदीद गवाह निकिता की सहेली के बयान सोमवार को न्यायाधीश के सामने दर्ज कराए गए। निकिता की सहेली का साहस देखकर एसआईटी भी हैरान है। उसने बिना किसी झिझक के न्यायाधीश के सामने पूरी बात रखी। निकिता की सहेली इस हत्याकांड की चश्मदीद गवाह है। ऐसे में अदालत में मामले की सुनवाई के दौरान उसके ये बयान निर्णायक साबित हो सकते हैं।
निकिता हत्याकांड के सीसीटीवी फुटेज में दिख रही सहेली ने निकिता को घटना के समय भी बचाने का प्रयास किया था। सहेली के सामने ही आरोपी निकिता को गोली मारकर फरार हुआ। सीसीटीवी फुटेज देखकर ही पुलिस ने सहेली को चश्मदीद गवाह बनाने का निर्णय ले लिया था।
सहेली ने बिना देरी किए तुरंत इस मामले में गवाह बनने की सहमति दे डाली। निकिता की सहेली का साहस देख एसआईटी भी चकित है। फिलहाल सहेली की पहचान उजागर करने से पुलिस बच रही है। उसकी सुरक्षा का पूरा ध्यान रखा जा रहा है।
सीआरपीसी की धारा-164 के तहत दर्ज किए गए इन बयानों की काफी अहमियत है। यह बयान बंद कमरे में न्यायाधीश के समक्ष दर्ज किए जाते हैं। यहां न्यायाधीश इस बात को सुनिश्चित करते हैं कि बयान किसी दबाव, लालच या डर में तो दर्ज नहीं कराए जा रहे। बयान दर्ज होने के बाद इनसे पलटा नहीं जा सकता। बयान दर्ज होने के बाद इन्हें सीलबंद कर दिया जाता है। इसके बाद ये केस की सुनवाई के दौरान सीधे न्यायाधीश के सामने ही खोले जाते हैं।
फरीदाबाद में रविवार को हुए उपद्रव के बाद निकिता के भाई नवीन तोमर को पुलिस आयुक्त ने शस्त्र लाइसेंस जारी किया है। साथ ही, अब परिवार की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। सभी परिजनों के साथ अब दो-दो गनमैन रहेंगे। पुलिस ने सुरक्षा घेरा और मजबूत करने के लिए घर के पास एक पीसीआर वैन, सोसायटी के गेट पर पुलिसकर्मी और मुख्य सोहना रोड पर भी पीसीआर वैन तैनात कर दी है। उधर, उपद्रवियों में से 32 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। बाकी की तलाश जारी है।
पुलिस आयुक्त ओपी सिंह ने बताया कि पुलिस दोषियों को जल्द से जल्द सजा दिलाएगी। तीन दिन के अंदर चार्जशीट दाखिल कर दी जाएगी। पुलिस के पास पर्याप्त सबूत हैं, जिनसे आरोपियों को कड़ी सजा मिलेगी। रविवार को महापंचायत के दौरान सड़क पर उपद्रव करने वालो से भी सख्ती से निपटा जाएगा।
अब तक 32 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें से तीन कोरोना पॉजिटिव हैं। उन्होंने कहा कि ये लोग बिना अनुमति दशहरा मैदान में इकट्ठा हुए और कुछ लोगों ने राष्ट्रीय राजमार्ग जाम कर दुकानों में तोड़फोड़ की। पत्थर बरसाए, वाहनों को क्षति पहुंचाई और आगजनी की। रोकने पर उन्होंने पुलिस पर भी पत्थर बरसाए, जिसमें 10 कर्मियों को चोटें भी आईं। शहर में कानून व शांति व्यवस्था बिगाड़ने वाले लोगों के साथ सख्ती से निपटा जाएगा।