लखनऊ। स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने गुरुवार को कहा कि आयुष्मान भारत योजना लागू होने से प्रदेश के गरीब व जरूरतमंदों को बेहतर स्वास्थ्य की चिंता में अब अपनी जमीन या खेत-खलिहान न तो बेचना पड़ेगा और न ही गिरवी रखने की नौबत आएगी। योजना के लिए प्रदेश की ओर से केंद्र सरकार के साथ करार पर हस्ताक्षर करते हुए सिंह ने केंद्र सरकार के सहयोग से प्रधानमंत्री का स्वच्छ भारत-स्वस्थ भारत का सपना शीघ्र साकार होने की उम्मीद जताई।
दिल्ली के विज्ञान भवन में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा की अध्यक्षता में आयोजित हेल्थ मिनिस्टर्स कॉन्क्लेव-2018 में सिद्धार्थनाथ सिंह ने प्रदेश को सौंपी जा रही जिम्मेदारी का पूरी तरह निर्वहन करने का भरोसा केंद्र सरकार को दिया। उन्होंने बताया कि विश्व की इस सबसे बड़ी स्वास्थ्य योजना को धरातल पर उतारने के लिए प्रदेश में चयनित अस्पतालों को प्रक्रिया से जोड़ा जा रहा है। सिंह ने कहा कि योजना के जरिए अधिक से अधिक लोगों तक लाभ पहुंचाने का प्रयास किया जाएगा। उन्होंने कहा कि आम नागरिकों के स्वास्थ्य को लेकर प्रदेश सरकार पहले से जागरूक है, इसलिए इस योजना को लागू करने में किसी तरह की कठिनाई नहीं होगी।
आयुष्मान भारत योजना के जरिये स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में सकारात्मक व क्रांतिकारी बदलाव आने की उम्मीद जताते हुए सिंह ने कहा कि गरीबों के लिए यह योजना वरदान साबित होगी। उन्होंने योजना के सफल संचालन के लिए बीमा कंपनियों का पारदर्शिता से चयन करने का सुझाव दिया। इस दौरान सिंह ने प्रदेश में संचालित विभिन्न स्वास्थ्य योजनाओं को भी कॉन्क्लेव में साझा किया।