शहर सहित प्रदेश भर में नमामि गंगे प्रोजेक्ट के तहत सालों से किए जा रहे कामों की हकीकत 13 अगस्त को सामने आ जाएगी. क्योंकि प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी कानपुर में केडीए ऑफिस में प्रोजेक्ट के कार्यो की समीक्षा करेंगे.
जिसके चलते जल निगम और नगर निगम के अधिकारियों की नींद उड़ चुकी है. क्योंकि करोड़ों खर्च होने के बाद भी गंगा की हालत जस की तस बनी हुई है. ऐसे में अब सभी अधिकारी प्रोजेक्ट के आंकड़े और कार्य को गति देने के लिए दिन-रात जुटे हुए हैं. वहीं कुंभ से पहले गंगा को स्वच्छ और निर्मल बनाने की दिशा में इस समीक्षा बैठक को काफी अहम माना जा रहा है. प्रदेश में नमामि गंगे के तहत 6538.62 करोड़ की योजनाएं संचालित हो रही हैं. मुख्यता कानपुर, इलाहाबाद और वाराणसी में यह योजनाएं संचालित हैं.