सागरवासियों के लिए खुश होने का मौका है, वह इसलिए क्योंकि यहां चौराहों तिराहों पर लगे सीसीटीवी कैमरे पर्याप्त संख्या में हैं, वहीं थानों में दर्ज अपराधों की संख्या देश के किसी भी शहर के मुकाबले सबसे कम है। पुलिसिंग के लिहाज से सागर देशभर में सबसे बेहतर माना गया है। केंद्रीय शहरी मंत्रालय के ईज ऑफ लिविंग इंडेक्स अर्थात जीवन की सुगमता पर 15 श्रेणियों में कराए गए सर्वे में सेफ्टी एंड सिक्योरिटी कैटेगिरी में हम देश में पहले पायदान पर हैं। इस कैटेगिरी में प्रदेश की राजधानी भोपाल 38वें नंबर पर है।
सेफ्टी एवं सिक्योरिटी के लिहाज से देश में सागर को एक लाख से 5 लाख की आबादी वाले शहरों में सबसे सुरक्षित माना गया है। जिन घटकों ने सागर को नंबर-1 का तमगा दिलाया है उसमें शहर में सुरक्षा के लिहाज से एक निश्चित दूरी पर लगाए गए सीसीटीवी कैमरे हैं। इसमें सार्वजनिक स्थलों और चौराहों व ग्रीन सिग्नल पर लगाए गए सीसीटीवी कैमरों के अलावा आम लोगों द्वारा अपने व्यावसायिक प्रतिष्ठानों और एटीएम आदि स्थानों पर लगे कैमरों को भी शामिल किया गया है।
कैटेगिरी में भी तुलनात्मक रूप से सागर देश की राजधानी दिल्ली से बेहतर स्कोर लेकर देश में 72वें स्थान पर रहा है, जबकि दिल्ली इस कैटेगिरी में फिसड्डी रहा है। दिल्ली को 111 वीं रैंक मिली है। इसी प्रकार पॉल्यूशन घटाने के मामले में हमारा सागर 31वें नंबर पर है, दिल्ली 100वें नंबर पर है। ट्रांसर्पोटेशन में सागर सबसे फिसड्डी साबित होते हुए 110वें नंबर पर शामिल है।