पुलवामा आतंकी हमले में 40 जवानों की शहादत के 13वें दिन भारत की ओर से की गई कार्रवाई के बाद पाकिस्तान में बौखलाहट है और इस कार्रवाई के बाद पाक के प्रधानमंत्री इमरान खान ने आज बुधवार को जहां नेशनल कमांड अथॉरिटी की अहम बैठक बुलाई है तो वहां पर संसद के दोनों सदनों का विशेष सत्र भी बुलाया गया है. भारत की ओर से हुई कार्रवाई के एक दिन बाद आज पड़ोसी मुल्क में काफी गहमागहमी होने वाली है.
पाकिस्तान सरकार ने मंगलवार को ट्वीट करके यह जानकारी दी कि चीनी राजदूत याओ जिंग को बुधवार को इस्लामाबाद में विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी से मिलने के लिए बुलाया गया है. इस मुलाकात में क्षेत्र के वर्तमान हालात पर चर्चा की जाएगी. विदेश मंत्री का कहना है कि पाक और चीन क्षेत्र में शांति बनाए रखने के लिए कटिबद्ध है.
पाकिस्तानी संसद में आज विशेष सत्र बुलाया गया है. मंगलवार को पाक संसद की कार्यवाही शुरू होते ही सदन में ‘इमरान खान शर्म करो’ के नारे गुंजने लगे. पाक सांसदों ने सदन में संयुक्त सत्र बुलाकर भारत-पाकिस्तान के बीच मौजूदा तनाव पर चर्चा करने की मांग की. आज उन्हीं की मांग पर सदन में विशेष सत्र होने वाला है. हालांकि मुख्य विपक्षी दलों पाकिस्तान मुस्लिम लीग (पीएमएलएन) और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के नेताओं ने ‘भारत के आक्रमण’ के खिलाफ एकजुट होने की बात कही.
पाक सरकार के रवैये पर सवाल
दूसरी ओर, पाकिस्तानी मीडिया देश में जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादी शिविर को नष्ट करने के लिए भारतीय वायु सेना (आईएएफ) के ऑपरेशन पर पाकिस्तान सरकार के आधिकारिक बयान के साथ रही. हालांकि कई पत्रकारों ने पाक सरकार की ओर से बयान जारी करने में देरी पर सवाल भी उठाए.
पाकिस्तान के सरकारी चैनल पीटीवी के अलावा जियो, डॉन, एक्सप्रेस, एसएएमएए, एआरवाई समेत ज्यादातर टीवी चैनलों ने पूरे दिन यही कहते रहे कि भारतीय विमान ने मंगलवार तड़के नियंत्रण रेखा का उल्लंघन किया. हालांकि, उन्होंने भारत के इस दावे के बारे में ज्यादा बात नहीं की कि बालाकोट घाटी में जैश-ए-मोहम्मद के शिविरों को नष्ट कर दिया गया है.
सरकार पर सवाल तो ऑफ एयर कर दिया
सी24 चैनल से बात करते हुए पत्रकार इफ्तिखार अहमद ने जब सवाल किया कि अगर भारतीय विमान पाक के हवाई क्षेत्र में 3 किलोमीटर तक ही घुस आए थे तो इमरान खान की सरकार को स्पष्टीकरण देने में 12 घंटे से ज्यादा का समय क्यों लगा. उनकी इस टिप्पणी पर न्यूज चैनल ने उन्हें ऑफ एयर कर दिया. एक अन्य वरिष्ठ पत्रकार अंसार अब्बासी ने सवाल किया कि क्यों हमने भारतीय लड़ाकू विमानों को नहीं गिराया?
न्यूज चैनल के एक एंकर सैयद तलत हुसैन ने अपने ही सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा कि यह दुखद था कि विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने भारतीय विमानों के पाक सीमा में आते के छह घंटे बाद विदेश कार्यालय में आपातकालीन बैठक बुलाई. एक कछुआ भी इससे तेज दौड़ सकता है.