रिजर्व बैंक की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक केंद्रीय बैंक ने एनएचबी में 19 मार्च को अपनी हिस्सेदारी बेच दी, जबकि नाबार्ड की हिस्सेदारी 26 फरवरी को ही सरकार को बेच दी थी भारतीय रिजर्व बेंक ने राष्ट्रीय आवास बैंक (एनएचबी) और राष्ट्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड) में अपनी पूरी हिस्सेदारी सरकार को क्रमश: 1,450 करोड़ रुपये और 20 करोड़ रुपये में बेच दी है. इसके बाद अब एनएचबी और नाबार्ड पूरी तरह से सरकारी स्वामित्व वाली कंपनियां बन गई हैं.