भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत ने कहा कि अगर सरकार अपना अड़ियल रवैया छोड़ दे और किसानों के मान सम्मान से खिलवाड़ ना करे तो मामला सुलझ सकता है।
भाकियू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि यदि सरकार किसानों के मान-सम्मान के साथ खिलवाड़ करना बंद कर अपना अड़ियल रवैया छोड़ दे तो मामला सुलझ सकता है। उन्होंने कहा कि सबकुछ सरकार पर निर्भर है।
केंद्र सरकार के नए कृषि कानूनों के विरोध में भारतीय किसान संयुक्त मोर्चा की तरफ से मुरादाबाद जिले के बिलारी कस्बे में महापंचायत का आयोजन किया गया था। महापंचायत में मुरादाबाद, अमरोहा, संभल, रामपुर और बदायूं जनपद के किसान शामिल हुए। भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी नरेश टिकैत महापंचायत में शामिल हुए।
नरेश टिकैत ने कहा कि, “कृषि घाटे का सौदा हो गई है और सरकार कह रही है कि इसमें फायदा है। हमें अपना नफा-नुकसान पता है, इसलिए वे इस तरह का रवैया ना अपनावें।” विदेशियों द्वारा किसान आंदोलन के समर्थन पर नरेश टिकैत ने कहा कि विदेश से हमारा कोई मतलब नहीं है।
हमारा तो यही कहना है विदेशों में भी बात तो जाती है और सरकार की छवि खराब हो रही है तो इस तरह की नौबत क्यों ला रहे हैं। महापंचायत में पदाधिकारियों ने केंद्र सरकार पर तीखे प्रहार किए और कृषि कानूनों को किसान विरोधी बताया।