पिता की मौत के बाद उन्हें कंधा देकर बेटी व बहू ने समाज में एक मिसाल पेश कर बेटे का फर्ज निभाया। नगरी क्षेत्र के ग्राम देऊरपारा निवासी मोहन लाल साहू का बीमारी के चलते 23 मई को निधन हो गया।

उनके पुत्र दीपक साहू का कुछ साल पहले निधन होने के बाद उन्हें कंधा देने वाला कोई नहीं था, ऐसे में बहू रूमान साहू और बेटी ने कंधा देकर बेटे का फर्ज निभाया।
लॉकडाउन के नियमों का पालन करते हुए उनके अंतिम यात्रा में परिजन व ग्रामीण शामिल हुए। मोहन लाल साहू समाज परिक्षेत्र सिरसिदा के अध्यक्ष रह चुके हैं।
इनके परिवार में इनकी पत्नी है। तीन लड़कियां है, जिनकी शादी हो चुकी है। घर पर स्वर्गीय मोहन लाल की पत्नी, बहू और दो नाती हैं। पत्नी और बहू इनकी सेवा करती थी।
छत्तीसगढ़ में यह पहला मामला बताया जा रहा है जिसमें एक बहू ने अपने ससुर की अर्थी को कंधा दिया हो। बेटे की मौत के बाद बहू ही उनके लिए बेटा बन गई थी, मोहन लाल साहू के बीमार होने पर बहू ने ही बेटे की तरह उनकी सेवा की।
जब उनका निधन हुआ तो उसके सिर से पिता का साया उठ गया। पूरे परिवार में गम का माहौल था ऐसे में बहू रूमान ने हिम्मत नहीं हारी ससुर की अर्थी को कंधा देने के लिए वो आगे आई। उनके साथ बेटी ने भी उन्हें कंधा दिया। जिसने भी यह दृश्य देखा उसकी आंखों सें आंसू बह निकले।
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