बैरक नंबर छह-ए से कैदी संत राम बोल रहा हूं। मुझे ‘नदिया के पार’ फिल्म का गाना ‘कवना दिशा में लेके चला रे बटोहिया’ गाना सुनना है। कुछ ही देर बाद बैरक में लगे साउंड सिस्टम में गाने की धुन बजने लगती है और कैदी झूम उठते हैं। प्रदेश के मैनपुरी और बिजनौर जेल में कुछ ऐसा ही माहौल है, जो जल्द ही सभी जेलों में सुनने को मिलेगा।